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bareilley manjha factory Blast ( Representative Photograph): (social)
UP News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के किला इलाके में एक पतंग की डोर बनाने वाली एक फैक्ट्री में विस्फोट हो गया. इस दर्दनाक हादसे में 3 लोगों की जान चली गई. बताया जा रहा है कि ये दुखद घटना सुबह 10 बजे घटी है, जिसमें फैक्ट्री के मालिक की भी मौत हुई है. रिपोर्ट के अनुसार बरेली पुलिस अधीक्षक (यातायात) का कहना है कि यह विस्फोट उस समय हुआ जब पतंग की डोर पर लेप लगाने के लिए सल्फर, पोटाश और कांच को मिलाया जा रहा था. इसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरा अस्पताल में जिंदगी की जंग हार गया.
ये है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीड़ितों की पहचान फैक्ट्री मालिक अतीक रजा खान (45) और उसके कर्मचारी फैजान (25) और सरताज (20) के रूप में हुई है. क्षेत्राधिकारी (द्वितीय) संदीप कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है. विस्फोट इतना जोरदार था कि इलाके में लोग डरे और सहमे हुए हैं. फिलहाल, शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
जोरदार धमाके से दहले लोग
स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया कि इस ब्लास्ट की आवाज इतनी तेज थी कि तीन किलोमीटर तक सुनाई दी. इस भयावह हादसे में लोगों के चीथड़े उड़ गए. इलाके के लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए थे. इस इलाके में आठ साल पहले भी इसी तरह मांझा कारखाने में धमाका हुआ था.
थाना किला, बरेली क्षेत्रांतर्गत विस्फोट होने से 03 व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने की सूचना पर की जा रही पुलिस कार्यवाही के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली महोदय की बाइट।#UPPolicepic.twitter.com/vIq46WMrka
— Bareilly Police (@bareillypolice) February 7, 2025
अवैध रूप से चल रही थी फैक्ट्री
पुलिस अधिकारियों का इस मामले को लेकर बयान सामने आया. उन्होंने बताया कि माझा फैक्ट्री का अवैध तरीके से संचालन हो रहा था. शुरुआत में सिलेंडर ब्लास्ट होने की सूचना मिली थी, लेकिन सूचना मौके पर पहुंचने पर घटना की कहानी कुछ और ही सामने आई है. यहां शीशे के पाउडर में गंधक और पोटाश मिलाते समय ब्लास्ट की बात सामने आई है.
ऐसे बनता था देसी मांझा
एसएसपी अनुराग आर्य ने मीडिया को बताया कि मांझा फैक्ट्री अतीक रजा (45) की है. मृतक सरताज (24) और फैजान (29) वहां काम करते थे. फैक्ट्री में देसी मांझा बनाया जाता था. इसके लिए कच्चा धागा बाहर से मंगाया जाता था. फिर उस पर लेड पाउडर (कांच का चूरा) लगाकर चावल से लुगदी बनाते थे. सल्फर और पोटाश कायूज करके मांझे को धार दी जाती है. घटना वाले दिन शुक्रवार सुबह यही काम किया जा रहा था, की तभी अचानक जोरदार धमाका हो गया और उसमें 3 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई.