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बरेली की बेटी के पिता बोले- लव जिहाद में फंसाया बेटी को, माथे पर टीका और हाथ पर कलावा बांधता था बिलाल 

बरेली की बेटी लव जिहाद का शिकार हो गयी. आरोपी बिलाल ने धोखा देकर बीएससी में पढ़ने वाली इस छात्रा को अपने जाल में फंसाया. किला थाना छेत्र की ये घटना है.

Updated on: 22 Oct 2020, 01:43 AM

बरेली:

बरेली की बेटी लव जिहाद का शिकार हो गयी. आरोपी बिलाल ने धोखा देकर बीएससी में पढ़ने वाली इस छात्रा को अपने जाल में फंसाया. किला थाना छेत्र की ये घटना है. युवती और आरोपी बिलाल का घर ज्यादा दूर नहीं. बस अगल बगल के मोहल्ले का मामला है. लव जिहाद की शिकार हुई युवती अपने पिता की सबसे छोटी बेटी है. उसकी दो बड़ी बहनें और हैं. सबसे बड़ी की शादी हो चुकी है और बीच वाली बहन भी बीएससी फाइनल में है. घर में नवरात्र के व्रत हैं. युवती की माँ व्रत से है, घर के आंगन में माता स्थापित हुई है. मां जगत माता से अपनी बेटी की सकुशल वापसी की दुआ मांग रही हैं तो पिता का आरोप है कि आठवीं फेल बिलाल ने ताबीज़ पढ़कर उनकी बेटी को वशीभूत किया है. बिलाल खानदान समेत फरार है.

पड़ोसन और एक मौलाना ने कहा कि बिलाल ने गलत किया है. हम उम्र पड़ोसी बोले सब्बेरात पर तिलक लगाते हैं. 6 सालों से प्रेम प्रसंग था. बिलाल कहां है ये सवाल पूरे बरेली शहर के लिए बड़ा बन गया है. लव जिहाद की इस घटना से पूरे शहर में उबाल है. बिलाल युवती के मोहल्ले के पीछे घोंसियांन मस्जिद के सामने वाली गली में रहता है. इस मोहल्ले का भय तो स्थानीय पत्रकारों तक में दिखा. लेकिन हमने बिलाल के घर जाने की ठानी. हमारे मन में सवाल था कि क्यों झूट बोलकर एक युवती को प्रेमजाल में फंसाया? क्या कहते हैं बिलाल के परिजन, गलियां छोटी थी, लिहाज़ा हमने अपनी कार छोड़ी और दो युवकों की मदद से हम बाइक से लोगों से पता पूछते-पूछते हम बिलाल के घर तक पहुंच गए. पहले हमें पड़ोस के युवकों ने एक ताले लगे मकान को बिलाल का बता दिया मगर वो घर था बिलाल के चाचा का.

हमने पड़ोसी का दरवाजा खटखटाया, कोई बाहर नहीं आया. हमने वहां खड़े युवकों से बात करनी चाही मगर वो कैमरा देख घर में घुस गए. हमने उनसे कहा कि डरों नहीं गलत नहीं किया तो बात करो. युवक बोलने लगे, हमने सीधे पूछा क्या ये लव जिहाद नहीं तो बोले छह साल से प्रेम प्रसंग था. कई बार लड़की का पिता बिलाल के घर भी आये. हमने सीधा सवाल किया कि अगर लव जिहाद नहीं था तो बिलाल ने टीका क्यों लगाया कलावा क्यों पहना. जरा सुनिए इन युवकों का तर्क, वो फोटो तो शब्बे रात का है, हम उस दिन तिलक लगाते हैं, क्या कोई मानेगा इनका ये तर्क. इन युवकों की ये कहानी बिलाल की पड़ोसन रेशमा ने ही पलट दी. उसने बिलाल का असली घर भी दिखाया.

उसके बेटों को पुलिस बिलाल की तलाश में घर से उठा कर ले गयी है, वो हमसे अपने बेटों को छुड़ाने की गुहार लगा रही थी. रेशमा के चिल्लाने पर वहां मजमा लग गया. एक मौलाना भी आ गए, वो युवक भी वहीं खड़े थे जो थोड़ी देर पहले बिलाल का पक्ष ले रहे थे. सभी के सामने हमने रेशमा और मौलाना से पूछा क्या बिलाल ने सही किया तो रेशमा और मौलाना बोले गलत किया है. मौलाना से हमने भीड़ के बीच में पूछा किया तिलक लगाकर, झूट बोलकर प्यार करना क्या इस्लाम में.जायज है. मौलाना, रेशमा और एक व्यक्ति ने कहा कि बिल्कुल नाजायज है. बिलाल को सजा दिलाओ.