छेड़खानी के विरोध में प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के बाद बनारस हिंदु यूनीवर्सिटी और काशी विद्यापीठ में कल यानि 24 सितंबर से ही दशहरे की छुट्टी घोषित कर दी गई। बीएचयू को 2 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया। दशहरा की की छुट्टियां 28 सितंबर से शुरू होनी थी।
वाराणसी के कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने कहा, ' इस घटना के मद्देनजर बीएचयू और काशी विद्यापीठ को निर्धारित दशहरा छुट्टियों से पहले ही 2 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया।'
बता दें कि शनिवार देर रात पुलिस ने छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज किया। इसमें कई छात्र-छात्राएं घायल हो गए हैं। जिसके बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में सियासी हलचल भी बढ़ गई। गौरतलब है कि गुरुवार को हुई छेड़खानी की घटना के विरोध में बीएचयू की छात्र-छात्राएं यूनिवर्सिटी के सिंहद्वार पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
वीसी ने लगाया बाहरी तत्वों पर आरोप
बीएचयू के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि बड़ी संख्या में बाहर के लोगों ने इस आंदोलन को हवा दी है। त्रिपाठी ने बताया, 'प्रदर्शन के दौरान छात्रों को उग्र होता देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भांजी।' इसके अलावा उन्होंने कहा कि बाहर से भारी मात्रा में लोग आए जिन्होंने इस आंदोलन को हवा देने की कोशिश की। कुलपति ने यह भी कहा कि शुरुआत में छात्रों को विश्वविद्यालय से शिकायत थी, लेकिन अब मामला कुछ और हो चुका है।
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सपा ने बनाई जांच कमेटी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीएचयू के छात्रों पर पुलिसिया लाठी चार्ज की जांच के लिए 8 सदस्यीय कमेटी बनाई है।
समाजवादी पार्टी की कमेटी मामले की जांच के लिए सोमवार को वाराणसी पहुंचेगा और मंगलवार को अखिलेश यादव को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
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HIGHLIGHTS
- लाठीचार्ज की घटना के बाद बीएचयू 2 अक्टूबर तक के लिए बंद किया गया
- शनिवार देर रात पुलिस ने छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज किया, कई छात्र-छात्राएं घायल
Source : News Nation Bureau