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CM योगी ने बलिया की घटना को संज्ञान में लिया, CO और SDM निलंबित

इस बैठक में पुलिस के सीओ और वरिष्ठ अफसरों सहित एसडीएम भी मौजूद थे. इस मामले के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई खबर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ तक भी पहुंची.

Updated on: 16 Oct 2020, 03:30 PM

नई दिल्‍ली:

उत्‍तर प्रदेश के बलिया (Ballia) जिले में कोटा के आवंटन को लेकर गांव में खुली बैठक चल रही थी इसी दौरान एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. आपको बता दें कि इस बैठक में पुलिस के सीओ और वरिष्ठ अफसरों सहित एसडीएम भी मौजूद थे. इस मामले के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई खबर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ तक भी पहुंची. सीएम योगी ने इस मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्रवाई की और वहां मौजूद एसडीएम और सीओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.  आपको बता दें कि इसके पहले बलिया जिले में कोटा आवंटन को लेकर हो रही खुली बैठक चल रही थी. 

पुलिस, एसडीएम और अन्य उच्च अधिकारियों के सामने ही हुई इस हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई जबकि अफरातफरी के बीच विवाद और मारपीट में हुई भगदड़ से कई लोग घायल भी हुए हैं. घायलों को सीएचसी सोनबरसा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. पूरे इलाके में इस हत्या के बाद हुए तनाव को देखते हुए गांव में कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गयी है और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. जबकि इस मामले पर यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने  दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

सीएम योगी ने सीओ और एसडीएम के निलंबन का आदेश दिया
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में भरी भीड़ के बीच युवक की हत्या के बाद इस हत्या की गूंज सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के पास भी पहुंची जिसके बाद उन्होंने बलिया की इस घटना को संज्ञान लेते हुए कड़ा फैसला लिया है. जिसके मुताबिक सीएम योगी ने निर्देश दिया कि मौके पर मौजूद एसडीएम, सीओ और पुलिस के जवानों को तत्काल निलंबित किया जाए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. सीएम योगी इतने पर ही नहीं चुप हुए उन्होंने आगे कहा कि वहां मौजूद अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जाए और इस वारदात के जिम्मेदार लोगों पर आपराधिक कार्रवाई किए जाने का आदेश दिया.

जानिए क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की दो ग्राम सभाओं के कोटे की दुकानों के लिए गुरुवार की दोपहर पंचायत भवन में खुली बैठक चल रही थी. दुर्जनपुर और हनुमानगंज गांव की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिये पंचायत भवन में खुली बैठक का आयोजन किया गया था. इस बैठक में एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह और बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी. इन दोनों गांवों में कोटे की दुकानों के लिये चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया, जिसमे दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया. अधिकारियों ने कहा कि वोटिंग वही करेगा जिसके पास आधार अथवा अन्य कोई पहचान पत्र होगा. एक पक्ष के पास अधार व पहचान पत्र मौजूद था, लेकिन दूसरे पक्ष के पास कोई आईडी प्रुफ नहीं था. इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया. मामला बिगड़ता देख बैठक की कार्रवाई को स्थगित कर अधिकारी चले गये. जिसके बाद ये वारदात हुई.