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सांसद दानिश अली को बसपा से किया निलंबित, जानें क्या थी वजह?

बसपा द्वारा सांसद दानिश अली को कहा गया था कि, पार्टी उनके हर मुद्दे पर उनके साथ है, मगर दानिश अली लगातार कांग्रेस के साथ दिखे, वहीं कांग्रेस भी उनका पूरा समर्थन करती नजर आई.

Updated on: 09 Dec 2023, 06:40 PM

नई दिल्ली:

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सांसद दानिश अली को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश की राजनीति से जुड़ी ये बहुत बड़ी खबर है. दरअसल सांसद दानिश अली पर आरोप है कि, वे पार्टी विरोधी गतिविधियों में शुमार रहे हैं. खासतौर पर बीते कुछ वक्त से कांग्रेस के साथ उनके संपर्क इस निलंबन की मुख्य वजह बताई जा रही है. बसपा सांसद दानिश अली, संसद में भी कांग्रेस के साथ खड़े नजर आए हैं, जिसको लेकर पार्टी द्वारा उन्हें कई दफा हिदायत भी दी गई थी, बावजूद इसके उनकी और कांग्रेस की नजदीकियों के नाते पार्टी ने आखिरकार उन्हें निलंबित कर दिया है...

गौरतलब है कि, बसपा द्वारा सांसद दानिश अली को कहा गया था कि, पार्टी उनके हर मुद्दे पर उनके साथ है, मगर दानिश अली लगातार कांग्रेस के साथ दिखे, वहीं कांग्रेस भी उनका पूरा समर्थन करती नजर आई, लिहाजा बसपा को इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम देना पड़ा.

बसपा सांसद दानिश अली और राहुल गांधी की मुलाकात सुर्खियों में रही...

बता दें कि, सितंबर के महीन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और बसपा सांसद दानिश अली की मुलाकात की कुछ तस्वीरें खूब सुर्खियों में रही. इन तस्वीरों में दोनों हाथ मिलाते नजर आए. मालूम चला कि राहुल गांधी खुद, दानिश अली से मुलाकात के लिए उनके आवास पर पहुंचे थे. क्योंकि कुछ दिन पहले ही, भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली पर आपत्तिजनक बयान दिया था. लिहाजा इस मुलाकात के जरिए राहुल गांधी उनका हौसला बढ़ाना चाह रहे थे. 

खुद दानिश अली ने भी, इस मुलाकात के बारे में बताते हुए कहा था कि, राहुल ने उन्हें बिधूड़ी की बातों को दिल से न लगाने और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने को कहा है. दानिश अली ने कहा था कि, उन्हें राहुल गांधी की बातों से राहत मिली है, और उन्हें यकीन है कि वे अकेले नहीं है.

पार्टी और भी कई दफा दे चुकी है समर्थन...

इसके साथ-साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय  ने भी उनसे मुलाकात कर, कांग्रेस पार्टी के उनके हर सुख-दुख में साथ खड़े होने का जिक्र किया था. साथ ही यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी द्वारा भी दानिश अली के समर्थन में बयान दिया गया था कि, उनके लिए संसद में जिस तरह की भाषा इस्तेमाल की गई, विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनके साथ मजबूती से खड़े हों.