बहराइच: बच्चे को बचाने के लिए मगरमच्छ से भिड़ गईं महिलाएं, जबड़े से छीना अपना बच्चा

दो अलग-अलग घटनाएं हैं जिसमें दो महिलाओं ने मगरमच्छ जैसे खतरनाक जानवर से लड़कर अपने परिवार की जान बचाई. इन वीर महिलाओं की बहादुरी की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है और लोग उन्हें सलाम कर रहे हैं.

दो अलग-अलग घटनाएं हैं जिसमें दो महिलाओं ने मगरमच्छ जैसे खतरनाक जानवर से लड़कर अपने परिवार की जान बचाई. इन वीर महिलाओं की बहादुरी की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है और लोग उन्हें सलाम कर रहे हैं.

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Dheeraj Sharma
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Behraich Mother Save Son from Crocodile

कहते हैं नारी सब पर भारी. कई बार इस कहावत को हकीकत में तब्दील होते हुए भी देखा गया है. दरअसल जब बात परिवार की आती है नारी वाकई सब पर भारी हो जाती है. ऐसा ही एक मौका उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भी आया. जब अपने बेटे को बचाने के लिए मगरमच्छ से मां भिड़ गई. दरअसल ये एक नहीं बल्कि दो अलग-अलग घटनाएं हैं जिसमें दो महिलाओं ने मगरमच्छ जैसे खतरनाक जानवर से लड़कर अपने परिवार की जान बचाई. इन वीर महिलाओं की बहादुरी की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है और लोग उन्हें सलाम कर रहे हैं. 

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क्या है पहली घटना

पहली घटना खैरीघाट थाना क्षेत्र के ढकिया गांव की है. घाघरा नदी के किनारे खेल रहा 5 साल का वीरू अचानक एक मगरमच्छ की चपेट में आ गया.  बच्चे की चीख सुनकर उसकी मां माया दौड़ी चली आई. बिना एक पल गंवाए, माया ने लोहे की रॉड उठाई और मगरमच्छ पर ताबड़तोड़ वार करने लगी. माया ने तब तक हमला जारी रखा जब तक मगरमच्छ ने उसके बेटे को छोड़ नहीं दिया. वीरू को कुछ चोटें आई हैं, लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक उसकी हालत अब स्थिर है. 

पत्नी ने साहस से पति की जान बचाई

दूसरी घटना मोतीपुर थाना क्षेत्र के माधवपुर गांव की है, जहां सैफू और उसकी पत्नी सुरजना रमतलिया नहर पार कर रहे थे. अचानक पानी में छिपा एक मगरमच्छ सैफू पर झपट पड़ा और उसके पैर को जबड़े में जकड़ लिया. सैफू की चीख सुनकर सुरजना ने तेजी से अपनी साड़ी पानी में फेंकी, जिसे पकड़कर सैफू ने खुद को संभाला. इस बीच शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने लाठियों से मगरमच्छ पर हमला कर दिया और अंततः सैफू को छुड़ा लिया गया. 

बारिश बनी खतरा, वन विभाग ने दी चेतावनी

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही भारी बारिश के कारण नदियों और नहरों का जलस्तर बढ़ गया है, जिसकी वजह से मगरमच्छ आबादी वाले इलाकों में घुस आए हैं. प्रशासन ने अब विशेष टीमें तैनात की हैं जो मगरमच्छों को पकड़ने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम करेंगी.

लोगों से सतर्क रहने की अपील

अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे नदियों और नहरों के आसपास जाने से फिलहाल बचें, खासकर बच्चों को ऐसे इलाकों में अकेले न जाने दें। दोनों घटनाओं में घायल हुए वीरू और सैफू को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

आम महिलाएं बनीं असाधारण हीरो

माया और सुरजना की यह बहादुरी साबित करती है कि जब बात परिवार की सुरक्षा की आती है, तो महिलाएं किसी भी चुनौती का डटकर सामना कर सकती हैं. उनकी दिलेरी समाज के लिए प्रेरणा है और प्रशासन के लिए चेतावनी कि जमीनी सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत किया जाए. 

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