विवादित ढांचे की 26वीं बरसी पर किले में तब्दील हुई अयोध्या
अयोध्या में विवादित ढांचे के विध्वंस की आज 26वीं बरसी है. ऐसे में हिंदूवादी संगठनों ने शौर्य दिवस और मुस्लिम संगठनों ने काला दिवस मनाने का ऐलान किया है.
नई दिल्ली:
अयोध्या में विवादित ढांचे के विध्वंस की आज 26वीं बरसी है. ऐसे में हिंदूवादी संगठनों ने शौर्य दिवस और मुस्लिम संगठनों ने काला दिवस मनाने का ऐलान किया है. पूरी अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है. हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा रही है. जरूरत पड़ने पर पुलिस तलाशी भी ले रही है. आने-जाने वाले रास्तों पर बैरियर लगाकर पहरेदारी बढ़ा दी गई है.
एसपी सिटी अनिल सिंह ने बताया, ‘छह दिसंबर के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, मुख्यालय से पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा-व्यवस्था मिली है. किसी प्रकार की कोई चूक ना होने पाए, इसलिए वाहन चेकिंग अभियान भी तेजी से चल रहा है.’
उधर, दूसरी ओर बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी को एक बार फिर से पत्र भेजकर जान से मारने की धमकी दी गई है. इस बार पत्र भेजने वाले ने पत्र में ना सिर्फ इकबाल अंसारी को मुकदमा वापस लेने की धमकी दी है बल्कि बाबरी मस्जिद मुकदमे की वकालत कर रहे अधिवक्ता जफरयाब जिलानी के नाम का जिक्र भी इस पत्र में किया गया है. इसके मद्देनजर उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
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पिछले कुछ दिनों से अयोध्या में राम मंदिर को लेकर हलचल तेज हो गई है. ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था पर और भी ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. अयोध्या के सभी प्रवेश मार्गो पर बेरिकेडिंग लगाकर तलाशी ली जा रही है. श्रद्धालुओं को भी जांच से गुजरना पड़ रहा है और उसके बाद ही उन्हें प्रवेश की इजाजत दी जा रही है.
जिले में पहले से ही धारा 144 लागू है. इसके अलावा अयोध्या शहर में गुरुवार से रूट डायवर्जन भी लागू हो जाएगा. इसके अंतर्गत चार पहिया गाड़ियां टेढ़ी बाजार चौराहे से शहर की ओर नहीं जा सकेंगे. उन्हें संपर्क मार्ग से ही जाना पड़ेगा. साथ ही प्रशासन ने गैर परंपरागत कार्यक्रम पर रोक लगा दी है.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है, तो वहीं अभी रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में जनवरी, 2019 में सुनवाई करेगा.
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आज से 26 साल पहले अयोध्या में छह दिसंबर को लाखों की संख्या में कारसेवकों ने अयोध्या पहुंचकर बाबरी मस्जिद को गिरा दिया था. उग्र भीड़ ने तकरीबन पांच घंटे में विवादित ढांचे को तोड़ दिया. इसके बाद देश भर में सांप्रदायिक दंगे हुए और इसमें कई बेगुनाह मारे गए थे.
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