लुलु मॅाल प्रकरण में आजम खां के गंभीर आरोप, RSS का फाउंडर है लुलु मॅाल का मालिक
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में आज समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ एमपी एमएलए कोर्ट में तारीख पर पहुंचे, कोर्ट से बाहर निकलने के बाद आजम खान ने पत्रकारों से काफ़ी लंबी बातचीत की.
highlights
- नमाज पढ़ने वाले भी सब उसी के लोग थे, सब प्रायोजित था
- ओपी राजभर भाजपा के साथ मिलकर समाजवादी पार्टी को खत्म करने में लगे हुए हैं
नई दिल्ली :
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में आज समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ एमपी एमएलए कोर्ट में तारीख पर पहुंचे, कोर्ट से बाहर निकलने के बाद आजम खान ने पत्रकारों से काफ़ी लंबी बातचीत की. लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज और हनुमान चालीसा वाले मामले में आजम खान ने कहा उस लुलु मॉल का मालिक आर एस एस का फाउंडर है, और नमाज पढ़ने वाले भी उसके ही आदमी थे. ये सब सोची-समझी रणनीति के तहत हुआ है. विवाद भी उसने ही पैदा किया है, अगर नाम बदलना है तो लुलु मॉल का नाम उसका मालिक बदले. लेकिन वह नहीं बदलेगा उसे तो उस नाम से पैसा कमाना है.
यह भी पढ़ें : Ration Card: इन राशन कार्ड धारकों के लिए आई बुरी खबर, सरकार ने रद्द कर दिये 2 करोड़ राशन कार्ड
सावन में कावड़ियों की सेवा करते पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के ऊपर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर आजम खान ने कहा कि जो भी जवाब लेना है वह असदुद्दीन ओवैसी से लें, बयान असदुद्दीन ओवैसी ने दिया है, आज़म खान असदुद्दीन ओवैसी का बयान का बचाव करते हुए नजर आए. पश्चिम बंगाल में आई डी के छापों के बारे में पूछा, तो आजम खान ने साफ कहा कि वह इस बारे में वो कुछ नहीं जानते हैं, उनके पास ना दिमाग है, ना आंखों मैं रोशनी है और नही मुंह में जबान है, इसलिए उन्हें नहीं पता कि क्या सही है और क्या गलत है.
महंगाई के ऊपर आजम खान ने जवाब दिया कि देश में लोगों की आमदनी ज्यादा है. उन्होंने पत्रकारों की तरफ इशारा करते हुए भी कहा कि हर पत्रकार तीन से पांच लाख रुपए महीना कमा रहा है, जब आमदनी ज्यादा है तो फिर महंगाई की शिकायत किस लिए. समाजवादी पार्टी की सरकार ना बनने पर आजम खान ने कहा कि वह सिकंदर नहीं बन पाए हैं, लेकिन हां बंदर जरूर बन गए हैं, और उन्होंने बिना किसी का नाम लिए हुए उन्हें बंदर बनाने वाले को मदारी के नाम से संबोधित किया. कहां कि आज वह बंदर बनकर कभी मुरादाबाद, कभी फिरोजाबाद तो कभी कहीं और बंदर बनकर दौड़ लगा रहे हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें