आजम खान के बहनोई ने सपा पर उठाए सवाल, कहा पार्टी ने साथ नहीं दिया

इस दौरान उन्होंने कहा कि सपा ने अच्छे तरीके से उनका साथ नहीं दिया. पहला मुकदमा दर्ज होने के समय ही सहयोग करना चाहिए था.

इस दौरान उन्होंने कहा कि सपा ने अच्छे तरीके से उनका साथ नहीं दिया. पहला मुकदमा दर्ज होने के समय ही सहयोग करना चाहिए था.

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yogesh bhadauriya
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आजम खान

फाइल फोटो( Photo Credit : (फाइल फोटो))

समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद आजम खां के बहनोई जमीर अहमद सोमवार को आजम खां से मिलने यहां की जेल में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि सपा ने अच्छे तरीके से उनका साथ नहीं दिया. पहला मुकदमा दर्ज होने के समय ही सहयोग करना चाहिए था. वहीं सपा के विधान पार्षद (एमएलसी) सुनील सिंह साजन ने जमीर अहमद के आरोपों का खंडन किया और कहा कि पूरी पार्टी आजम के साथ पहले दिन से खड़ी है.

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आजम के बहनोई ने कहा कि उन पर (आजम खां) पर कार्रवाई की वजह उनका मुसलमान होना है. आजम खां का भी कहना है. उन पर कई मुकदमे दर्ज किए गए हैं. मुर्गी चोरी से लेकर जेब काटने तक का मुकदमा दर्ज है.

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उन्होंने कहा, "आजम खां के साथ घटिया सलूक किया जा रहा है. मुसलमान होने के नाते उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. कई और पार्टियों के नेता हैं, जिन पर गंभीर आरोप हैं, लेकिन उन्हें कोई दिक्कत नहीं दी जा रही. आजम खां पर झूठे इल्जाम लगाकर फंसाया गया. आजम ने हमेशा गरीब मजलूम की आवाज उठाई है. गरीबों के लिए ही यूनिवर्सिटी बनवाई."

सपा नेता साजन ने जमीर अहमद के सारे आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी पूरी तरह से आजम के साथ है. पहले ही दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश जेल में उनसे मिलने पहुंचे थे, बाद में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम और अहमद हसन भी मिलने पहुंचे.

साजन ने कहा, "पार्टी पहले दिन से आजम खां के साथ खड़ी है. हर छोटा-बड़ा नेता आजम खां साहब के दर्द में शामिल है. सांसद आजम खां के हौसले बुलंद हैं. वह बड़े नेता हैं. मुश्किलों से परेशान होने वाले नहीं हैं. सरकार के इशारे पर उन्हें परेशान किया जा रहा है. समाजवादी पार्टी उनके साथ है."

ज्ञात हो कि बेटे अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के मामले में सपा सांसद आजम खां, उनकी पत्नी विधायक डॉ़ तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को 26 फरवरी को रामपुर एमपी-एमएलए कोर्ट में आत्मसर्पण किया था. वहां से कोर्ट ने तीनों को न्यायिक हिरासत में रामपुर जेल भेज दिया था. इससे पहले इस मामले में अदालत ने कुर्की वारंट जारी किए थे. वहां से जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से तीनों को सीतापुर जेल भेजा गया है.

Source : News State

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