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अब आजम खान भी हुए अखिलेश से नाराज... सपा छोड़ने की कयासबाजी

रामपुर के सपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं संग बैठक में शानू ने अखिलेश सिंह यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सही कहा था कि अखिलेश नहीं चाहते कि आजम खान जेल से बाहर आएं.

Updated on: 11 Apr 2022, 11:16 AM

highlights

  • आजम खान के मीडिया प्रभारी ने अखिलेश पर लगाए आरोप
  • कहा- अखिलेश को मुसलमानों के कपड़ों से अब आ रही है बू
  • रामपुर में सपा कार्यकर्ताओं के सामने निकाली जमकर भड़ास

रामपुर:

समाजवादी पार्टी (SP) को आने वाले समय में कई झटके लग सकते हैं. प्रसपा के अध्यक्ष और सपा चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) की भारतीय जनता पार्टी (BJP) से नजदीकियां बढ़ रही हैं. दूसरी तरफ सपा के आधारस्तंभ रहे मोहम्मद आजम खान भी फिलवक्त अखिलेश से खुश नहीं हैं. कम से कम आजम खान (Azam Khan) के मीडिया प्रभारी फसाहत खान शानू के हालिया बयानों से तो यही लग रहा है कि आजम खान सपा छोड़कर अपनी पार्टी बना सकते हैं.

रामपुर में सपा कार्यकर्ताओं के सामने अखिलेश विरोधी बातें
रविवार को रामपुर के सपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं संग बैठक में शानू ने अखिलेश सिंह यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सही कहा था कि अखिलेश नहीं चाहते कि आजम खान जेल से बाहर आएं. उन्होंने कहा कि आजम खान दो साल से जेल में बंद हैं, लेकिन सपा चीफ सिर्फ एक बार उनसे मुलाकात करने गए. वह भी तब जब हालिया विधानसभा चुनाव में मुसलमानों ने सपा को एकतरफा वोट किया. इसी वजह से सपा बीजेपी को कड़ी टक्कर देकर 125 सूट जीतने में कामयाब रही. इसके बावजूद अखिलेश यादव मुसलमानों को अपने दिल से नहीं लगा पा रहे हैं. 

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सपा छोड़ सकते हैं आजम खान
फसाहत ने रविवार देर रात रामपुर में पार्टी कार्यालय में खान के समर्थकों की एक बैठक में यह टिप्पणी की. सूत्रों के अनुसार आजम खान भी इस बात से नाराज हैं कि सिवाय एक बार के अखिलेश उनसे सीतापुर जेल में मिलने नहीं गए, जहां वह फरवरी 2020 से बंद हैं. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (पीएसपी-एल) के प्रमुख शिवपाल यादव की अखिलेश के साथ अनबन और सत्तारूढ़ भाजपा में उनके संभावित बदलाव ने आजम खान के भी सपा छोड़ने की खबरों को मजबूत किया है. आजम खान ने 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ा और सीतापुर जेल में सलाखों के पीछे से 10वीं बार रामपुर सीट जीती है.

अखिलेश को मुसलमानों के कपड़ों से बू आ रही
फसाहत ने आगे कहा कि अब लगता है कि अखिलेश यादव को हमारे कपड़ों से बदबू आ रही है. दिलचस्प बात यह है कि एक दिन पहले सपा सांसद शफीकुर रहमान बर्क ने भी आरोप लगाया था कि सपा मुसलमानों के लिए काम नहीं कर रही है. समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने कहा कि मुझे ऐसी किसी बैठक या टिप्पणी की जानकारी नहीं है. आजम खान सपा के साथ हैं और सपा उनके साथ है. इससे पहले, आजम खान सपा से बाहर थे, जब पार्टी ने उन्हें मई 2009 में छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था. दिसंबर 2010 में निष्कासन रद्द कर दिया गया और वह फिर से पार्टी में शामिल हो गए थे. अपने निष्कासन की अवधि के दौरान, उन्होंने किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया.

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परिवार भी सपा से है जुड़ा
गौरतलब है कि आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा पूर्व विधायक और पूर्व राज्यसभा सदस्य हैं, जबकि उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने रामपुर में सुआर विधानसभा सीट जीती है. 22 मार्च को आजम खान ने अपनी विधानसभा सीट बरकरार रखने के लिए रामपुर लोकसभा सदस्य के रूप में इस्तीफा दे दिया था. यह उसी दिन किया गया था जिस दिन अखिलेश ने अपनी करहल विधानसभा सीट बरकरार रखने के लिए सपा के आजमगढ़ लोकसभा सदस्य का पद छोड़ दिया था.