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Ayushman yojana Photograph: (Social)
Lucknow: आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के सात वर्ष पूरे होने के मौके पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को कई डिजिटल नवाचारों की शुरुआत की. इन सेवाओं के जरिए आयुष्मान कार्ड धारक अब घर बैठे नजदीकी अस्पतालों की जानकारी पा सकेंगे और चिकित्सकों से ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट भी ले सकेंगे.
लोकार्पित हुए चार बड़े डिजिटल टूल
लखनऊ के केजीएमयू स्थित अटल बिहारी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ने आयुष-मैन ई कॉमिक बुक, आयुष्मान संपर्क, आयुष्मान सारथी ऐप और आयुषी चैटबॉट का लोकार्पण किया.
- आयुष्मान सारथी ऐप: लाभार्थियों को आसपास के चिकित्सालयों और उपलब्ध सुविधाओं की पूरी जानकारी देगा.
- आयुष-मैन ई कॉमिक बुक व संवाद डिजिटल: योजना से जुड़ी जानकारी को सरल रूप में समझाएंगे.
- आयुषी चैटबॉट: एआई आधारित यह चैटबॉट लाभार्थियों के सवालों का जवाब देगा.
- आयुष्मान संपर्क कॉल सेंटर: फोन के जरिए अस्पताल के डॉक्टर से अप्वाइंटमेंट दिलाएगा.
कॉल सेंटर से सीधा अप्वाइंटमेंट
प्रदेश में लाभार्थी 180018004444 नंबर पर कॉल करके अस्पताल की जानकारी ले सकते हैं और अप्वाइंटमेंट भी बुक करा सकते हैं. कॉल सेंटर संबंधित अस्पताल के चिकित्सक से बात कर तिथि और समय तय करेगा. इमरजेंसी स्थिति में तत्काल भर्ती की व्यवस्था भी की जाएगी.
यूपी में योजना की प्रगति
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि प्रदेश आयुष्मान कार्ड निर्माण में देश में सबसे आगे है. यहां अब तक 5.38 करोड़ लाभार्थियों के कार्ड बन चुके हैं. इसके अलावा लक्षित 9 करोड़ परिवारों में से 87% परिवारों में कम से कम एक सदस्य का कार्ड है. प्रदेश में अब तक 74.40 लाख से अधिक निःशुल्क उपचार किए गए हैं, जिन पर 12,283 करोड़ रुपये खर्च हुए. कुल 6099 अस्पताल सूचीबद्ध हैं, जिनमें 2949 सरकारी और 2966 निजी अस्पताल शामिल हैं.
लाभार्थियों और अस्पतालों को सम्मान
इस अवसर पर आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना की किट और अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. साथ ही योजना के सफल क्रियान्वयन में योगदान देने वाले 12 चिकित्सालयों को भी सम्मानित किया गया.
500 निजी अस्पतालों से भी जुड़ेगी सुविधा
कार्यक्रम में बताया गया कि राज्य के 500 से अधिक निजी अस्पतालों को भी योजना से जोड़ा गया है. यहां कार्डधारकों को सब्सिडी दर पर ओपीडी सेवाएं मिलेंगी और भर्ती होने की स्थिति में ओपीडी खर्च भी योजना के अंतर्गत कवर किया जाएगा.
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