देश के सबसे पुराने मामले अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट (Ayodhya case) शनिवार को फैसला सुनाएगा. पांच जजों की संवैधानिक पीठ इस फैसले को पढ़ेगी. जजों की पीठ सुबह 10.30 बजे कोर्ट में बैठेगी और इसके बाद फैसला सुनाएगी. 40 दिन तक चली सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 16 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच जजों की संविधान पीठ ने इस मामले को सुना और अब यही पीठ ऐतिहासिक फैसला लिखने के करीब है.
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में उच्चतम न्यायालय का शनिवार को फैसला आने से पहले, मेरठ की मंडलीय आयुक्त अनिता मेशराम ने आईजी आलोक कुमार के साथ यहां कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. मेशराम और कुमार ने हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की और उनसे शांति बनाए रखने की अपील की.
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने बताया कि मेशराम ने दोनों समुदायों से शांति बनाये रखने और सोशल मीडिया पर नफरत भरे संदेश साझा नहीं करने का अनुरोध किया. पांडे ने कहा कि कलेक्टरेट में एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है. यह 30 नवंबर तक चौबीसों घंटे काम करेगा.
Source : Bhasha