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अयोध्या वासियों ने पेश की हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल, मंदिर में हुआ यह काम

सांमप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम करते हुए, धार्मिक पक्तियों में कटने वाले लोग, श्री सती राम मंदिर के परिसर में इफ्तार भोजन का आनंद लेने के लिए एक साथ बैठें.

Updated on: 21 May 2019, 09:41 AM

नई दिल्ली:

अयोध्या में रमजान के पवित्र महीने में यहां 'सीता राम मंदिर' ने सोमवार को इफ्तार की मेजबानी की. सांमप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम करते हुए, धार्मिक पक्तियों में कटने वाले लोग, श्री सती राम मंदिर के परिसर में इफ्तार भोजन का आनंद लेने के लिए एक साथ बैठे. मीडिया से बात करते हुए, मंदिर के पुजारी 'युगल किशोर' ने कहा: "यह तीसरी बार है जब हमने एक इफ्तार पार्टी का आयोजन किया है. मैं भविष्य में भी ऐसा ही करता रहूंगा. हमें हर त्योहार को बड़े उत्साह के साथ मनाना चाहिए." इसी तरह की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, एक उपस्थित मुजम्मिल फिजा ने कहा कि वह हर साल अपने हिंदू भाइयों के साथ नवरात्रि भी मनाते हैं.

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उन्होंने कहा, "एजेंडा वाले लोग नहीं चाहते हैं कि समुदाय एक साथ आए और इस तरह का आयोजन करें. ऐसे देश में जहां लोग धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं, किशोर जैसे लोग प्रेम का संदेश देते हैं."

इस महीने के दौरान, रोजा रखने वाले सभी मुस्लिम लगभग 30 दिनों तक कठोर उपवास करते हैं और सुबह से शाम तक भोजन या पानी का सेवन नहीं करते हैं. वे सेहरी (सुबह का खाना) खाते हैं और शाम को इफ्तार के साथ दिन भर का उपवास तोड़ते हैं. ईद-उल-फितर में रमजान के उपवास के महीने की समाप्ति होती है. यह त्योहार इस्लामिक चंद्र कैलेंडर के 10वें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है.