logo-image

'अयोध्या की कथा' की यूपी में होगी शूटिंग, CM योगी से मिले पहलाज निहलानी

उत्तर प्रदेश में बन रही फिल्म सिटी को लेकर कई निर्माता-निर्देशक यहां पर फिल्म निर्माण के लिए उत्सुक नजर आ रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी से सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पहलाज निहाली ने भेंट की है.

Updated on: 24 Dec 2020, 07:12 AM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में बन रही फिल्म सिटी को लेकर कई निर्माता-निर्देशक यहां पर फिल्म निर्माण के लिए उत्सुक नजर आ रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी से सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पहलाज निहाली ने भेंट की है. उनके साथ संवाद लेखक संजय मासूम भी मौजूद रहे. सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन और फिल्म निर्माता पहलाज निहलानी ने कहा कि इससे पहले उप्र के किसी मुख्यमंत्री ने इस तरह की पहल नहीं की थी. उन्होंने मुख्यमंत्री से फिल्म सिटी के निर्माण और अयोध्या पर बनने वाली नई फिल्म अयोध्या की कथा के बारे में चर्चा की.

निहलानी ने बताया कि यूपी में फिल्म सिटी का निर्माण होने से स्थानीय कलाकारों को मंच, मौका और काम मिलेगा. साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने बताया कि अपनी विविधता और ऐतिहासिक, सांस्कृतिक रूप से बेहद संपन्न होने के नाते उत्तर प्रदेश शूटिंग के लिहाज से बेहद ही मुफीद जगह है. यहां पर फिल्म निर्माताओं को सब्सिडी मिलती है. शूटिंग की परमिशन भी बड़े आराम से मिल जाती है.

निहलानी ने कहा कि राजा राम हम सभी के दिलों में बसते हैं. प्रभु श्रीराम पर आधारित 'अयोध्या की कथा' फिल्म में अयोध्या की झलक दिखेगी, जिसमें अयोध्या की अनकही-अनदेखी कथाओं संग रामराज्य के अद्भुत नजारे दिखाए जाएंगे. युवाओं को बड़े पर्दे पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की पौराणिक कहानियों को देखने का मौका मिलेगा. वह अपनी नई फिल्म 'अनाड़ी इज बैक' की शूटिंग 21 जनवरी से लखनऊ और इसके आस-पास के इलाकों में करेंगे.

निहलानी ने कहा, मेरा मानना है कि कलाकार की धर्म व जाति नहीं होती. उसका काम ही उसका धर्म होता है. कलाकार को सिर्फ अपने काम पर ध्यान देना चाहिए. सोशल मीडिया पर हर मुद्दे पर जिनमें जानकारी नहीं हो उन पर बोलना नहीं चाहिए. कलाकारों को लाखों लोग अपना आर्दश मानते हैं. ऐसे में सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देने से पहले सोचना चाहिए. कोरोना काल में कई नए कलाकारों को दिक्कत का सामना करना पड़ा है. मेरा मानना है कि परेशानियां कुछ पलों की हैं, अगर टैलेंट है तो आपको मंजिल तक पहुंचने से कोई रोक नहीं सकता.

उन्होंने कहा कि यूपी ने फिल्म इंडस्ट्री और संगीत जगत के कई दिग्गजों से नवाजा है. अपनी कला के बूते इन लोगों को देश ही नहीं, विदेशों में भी खूब शोहरत मिली है. पद्मविभूषित पं. बिरजू महाराज, पद्मश्री छन्नू लाल मिश्र, गुदई महाराज, गोपीकृष्ण जैसे महान कलाकारों ने फिल्म इंडस्ट्री को ऊंचे मुकाम पर पहुंचाया.

वेबसीरीज 'आश्रम' में अपने हुनर से सभी के दिलों में जगह बनाने वाले चर्चित संवाद लेखक और गीतकार संजय मासूम ने कहा, यूपी को केंद्र बनाकर यहां के अलग-अलग जनपदों की कहानियों को ढूंढ रहा हूं. मैंने लखनऊ के अपने दोस्तों से यूपी के कई अनूठे किस्से सुने हैं. उनकी कहानियों पर मैं काम कर रहा हूं. शीघ्र ही असली यूपी से दर्शकों को रूबरू कराऊंगा. 24 जनवरी से रणदीप सिंह हुड्डा के साथ एक नई फिल्म की शूटिंग लखनऊ में शुरू कर रहा हूं. मेरा मानना है कोई भी कहानी जो दिल से लिखी जाई वो बनने के बाद पर्दे पर और भी अच्छी लगती है. वेबसीरीज, ओटीटी जैसे दौर में लेखकों की मांग बढ़ रही है. यूपी में फिल्म सिटी बनने के बाद आने वाले समय में लेखकों को नए अवसर मिलेंगे.