कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाल ही में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करके कई अहम फैसले किए. प्रियंका गांधी चाहती हैं कि अयोध्या विवाद पर कोई भी नेता बेवजह की बयानबाजी न करें. इसी लिए निर्देश दिया गया है कि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर अगर फैसला मंदिर पक्ष में आता है तो कांग्रेस पार्टी खुले मन से इस फैसले का स्वागत करेगी.
यह भी पढ़ें- EPF Scam: UPPCL के पूर्व एमडी अयोध्या प्रसाद मिश्रा गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि चाहे फैसला मंदिर पक्ष में आए या मस्जिद के पक्ष में आए या फिर हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखे, पार्टी केंद्रीय स्तर पर एक लिखित बयान जारी करेगी. इसी के आधार पर सभी को बयान देना होगा.
फैसले को लेकर प्रशासन तैयार
अयोध्या मामले को लेकर सांप्रदायिक सौहार्द न बिगड़े इसे लेकर अब प्रशासन ने कमर कस ली है. जगह-जगह सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है. अयोध्या के मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने विवादित भूमि से जुड़े किसी भी तरह के भड़काऊ पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और उसे मैसेज के माध्यम से भेजने पर रोक लगा रखी है. यह नियम 28 दिसंबर तक लागू रहेगा.
यह भी पढ़ें- अनोखी प्रथा: यहां पान खिला कर चुना जाता है जीवनसाथी
आदेश के मुताबिक इस मामले में ऐसा कोई भी संदेश नहीं भेजा जा सकता जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़े. आदेश में कहा गया है कि यदि कोई नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. आपको बता दें कि अयोध्या विवादित स्थल मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है. माना जा रहा है कि हाल ही में इस मामले में कोर्ट अपना फैसला सुना सकता है. ऐसे में प्रशासन को आशंका है कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो