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अयोध्याः धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का डिजाइन लखनऊ में पेश, ये हैं खूबियां

इंडो इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन दुनिया की कई मस्जिदों का वीडियो दिखा रहा है और कहा है कि दुनिया भर की खूबसूरत मस्जिदों का अध्ययन किया गया है, तब ये डिजाइन फाइनल किया गया है.

Updated on: 19 Dec 2020, 06:07 PM

नई दिल्ली :

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण तो शुरू हो गया है, लेकिन इस बीच इंडो इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने आज लखनऊ में धन्नीपुर मस्जिद का डिजाइन दुनिया के सामने पेश किया. IIRF का कहना है कि इस मस्जिद का डिजाइन फाइनल करने से पहले भारत और दुनिया भर की खूबसूरत मस्जिदों का अवलोकन किया गया और फिर इस डिजाइन को तमाम एक्सपर्ट ने फाइनल किया. अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का डिजाइन लखनऊ में पेश किया गया. ये मस्जिद 3500 स्क्वायर मीटर में बनेगी और इस मस्जिद को इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने डिजाइन की है. यह मस्जिद 2 फ्लोर की होगी मस्जिद के साथ हॉस्पिटल होगा ये 4 फ्लोर का हॉस्पिटल होगा और इसमें 223 बेड होंगे. इसके अलावा इस मस्जिद में लाइब्रेरी और कम्यूनिटी किचन का भी डिजाइन दिया गया है. मस्जिद में महिलाओं द्वारा नमाज पढ़ने का भी अलग से इंतज़ाम होगा. मस्जिद में सोलर एनर्जी का प्रयोग किया जाएगा. 

                                         

इस मस्जिद की इमारत 3500 स्क्वायर मीटर में होगी. इसके अलावा सरकार द्वारा दी गई जमीन पर 4 फ्लोर और 223 बेड का खैराती हॉस्पिटल भी होगा. साथ ही लाइब्रेरी की इमारत और कम्युनिटी किचन का भी इंतजाम किया गया है. मस्जिद में महिलाओं द्वारा नमाज पढ़ने के लिए भी अलग से इंतज़ाम होगा. मस्जिद के निर्माण की तारीख़ अभी फाइनल नहीं है. लेकिन कोशिश है कि इसकी फाउंडेशन 26 जनवरी, नहीं तो हर हाल में 15 अगस्त के दिन रखी जाए.

                                                                                                         

चैरिटी हॉस्पिटल की लागत 100 करोड़ से ज्यादा होगी. इसी हिसाब से मस्जिद की लागत भी काफी आएगी, लेकिन ये कितनी होगी ये अभी फाइनल नहीं है. मस्जिद का नक्शा अभी ADA से फाइनल होगा, फिर सॉइल टेस्टिंग होगा, इसमें कुछ समय लग सकता है. धन्नीपुर गांव में मस्जिद होगी , इसलिए इसे गांव के नाम से ही धन्नीपुर मस्जिद के नाम से जाना जाएगा. मस्जिद का नाम किसी बादशाह के नाम पर नहीं होगा. फाउंडेशन डे के दिन किसी भी तरह का समारोह या सेलिब्रेशन नहीं किया जाएगा.

इंडो इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन दुनिया की कई मस्जिदों का वीडियो दिखा रहा है और कहा है कि दुनिया भर की खूबसूरत मस्जिदों का अध्ययन किया गया है, तब ये डिजाइन फाइनल किया गया है. IIRF के मुताबिक इस तरह के प्रोजेक्ट में ना तो कोई टाइम लिमिट होती है और ना बजट की लिमिट होती है. इस मस्जिद को बनने में 6 महीने भी बनने में लग सकते हैं और 2 साल भी लग सकता है.

आपको बता दें कि इसके पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू हो चुका है. इसके साथ अब अगले साल 26 जनवरी से जिले की चौहद्दी में बसे गांव धन्नीपुर में मस्जिद निर्माण भी शुरू हो जाएगा. यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ़ बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुहैया कराई गई 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद परिसर निर्माण शुरू करने की सारी तैयारियां अंतिम चरण में है.