अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद में मुस्लिम पक्ष के वकील रहे राजीव धवन (Rajeev Dhawan) को केस से हटा दिया गया है. राजीव धवन (Rajeev Dhawan) ने फेसबुक पोस्ट (Facebook Post) के जरिए यह बात पब्लिक डोमेन में रखी है. उन्होंने लिखा कि 'मुझे यह कहते हुए केस से हटा दिया गया है कि मेरी तबीयत ठीक नहीं है, ये बिल्कुल बकवास बात है. जमीयत को हक है कि वह मुझे केस से हटा सकता है लेकिन जो वजह दी गई है वह गलत है'.
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राजीव धवन (Rajeev Dhawan) ने कहा कि मुस्लिम पक्ष के वकील (एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड) एजाज मकबूल ने मुझे बर्खास्त कर दिया है. वह जमीयत का मुकदमा देख रहे हैं. बिना किसी डिमोर के मुझे बर्खास्तगी का पत्र भेजा गया है. आपको बता दें कि राजीव धवन ने सुप्रीम कोर्ट में सुन्नी वक्फ बोर्ड और अन्य मुस्लिम पार्टियों का पक्ष रखा था. उन्होंने बताया कि मदनी ने मेरी बर्खास्तगी के बारे में मेरी तबीयत का हवाला दिया है. जो एक दम बकवास है.
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इससे पहले सोमवार को अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट में पहली पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई. पक्षकार एम सिद्दीकी की तरफ से 217 पन्नों की पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई. इस पुनर्विचार याचिका में मांग की गई है कि संविधान पीठ के आदेश पर रोक लगाई जाए. जिसमें विवादित जमीन को रामलला विराजमान के पक्ष में दिया गया है.
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याचिका में यह मांग भी की गई है कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को आदेश दे कि मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट का निर्माण न किया जाए. याचिका में कहा गया है कि जब मस्जिद फिर से बनेगी तभी न्याय होगा.