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किले में तब्दील हुई रामनगरी 'अयोध्या', चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की हुई तैनाती

अयोध्या में रविवार (25 नवंबर) को भगवा कैंप के शक्ति प्रदर्शन से दो दिन पहले शुक्रवार को पुलिस ने शहर को किले में तब्दील कर दिया है.अयोध्या में माहौल किसी भी तरह प्रभावित ना हो इसे लिए भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.

Updated on: 24 Nov 2018, 12:07 AM

नई दिल्ली:

अयोध्या में रविवार (25 नवंबर) को भगवा कैंप के शक्ति प्रदर्शन से दो दिन पहले शुक्रवार को पुलिस ने शहर को किले में तब्दील कर दिया है.अयोध्या में माहौल किसी भी तरह प्रभावित ना हो इसे लेकर एक एडीजीपी, एक डीआईजी, तीन एसएसपी, 10 एएसएसपी, 21 डीएएपीएस, 160 इंस्पेक्टर, 700 कॉन्सेटबल तैनात किए गये हैं. इसके साथ ही प्रादेशिक सशस्त्र बल (पीएसी) की 42 कंपनियां, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की 5 कंपनियां, आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) कमांडो की तैनाती की गई है. वहीं ड्रोन कैमरा भी लॉ एंड ऑडर्र को बनाए रखने के लिए लगाया गया है.

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) भी रविवार को राम मंदिर के जल्द से जल्द निर्माण की मांग के लिए 'धर्म संसद' का आयोजन करने वाली है. आयोजकों ने इसके लिए राज्य के विभिन्न भागों से लोगों को लाने-ले जाने के लिए कई ट्रेनों, बसों, ट्रालियों, टैक्सियों को लोगों के लिए बुक किया है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि रविवार को दो लाख से ज्यादा लोगों के अयोध्या आने की संभावना है.

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वहीं शिवसेना की तरफ से पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे यहां रविवार को कई समारोह में भाग लेंगे और भव्य राम मंदिर के तत्काल निर्माण की मांग करेंगे. सूत्रों ने कहा कि राज्य की बीजेपी सरकार शिवसेना के शीर्ष नेताओं के साथ यह सुनिश्चित कर रही है कि विवादास्पद स्थल के पास किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न घटे. सरकार के सूत्रों ने कहा कि स्थानीय खुफिया इकाईयों को अलर्ट पर रखा गया है और शिवसेना प्रमुख के यहां आने से पहले अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.

इस मामले में, योगी आदित्यनाथ सरकार फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है. एक तरफ, सरकार ने कहा है कि 'राम भक्त' अयोध्या में एकत्रित हो सकते हैं और धार्मिक रीति रिवाज कर सकते हैं, दूसरी तरफ सरकार ने पुलिस और जिला प्रशासन से अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है.

रविवार को अयोध्या किले में तब्दील हो गया. पुलिस ने अयोध्या को आठ जोन और 16 क्षेत्रों में बांट दिया. राज्य के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय, मुख्य सचिव(गृह) अरविंद कुमार और पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने वीडियो-कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य की सुरक्षा स्थितियों का जायजा लिया.

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डीजीपी ने शुक्रवार को कहा, 'डरने की कोई बात नहीं है. हम सतर्क हैं और कानूव व व्यवस्था का पालन किया जाएगा.'

बता दें कि शिवसेना नेता यहां बीते कुछ दिनों से अपने पार्टी नेताओं और दो विशेष ट्रेनों से यहां आए सैकड़ों शिवसेना समर्थकों के साथ डेरा डाले हुए हैं. वहीं मुंबई से एक और स्पेशल ट्रेन अयोध्या के लिए रवाना हो गई है. जिसमें हजारों शिवसैनिक सवार हैं.

(IANS इनपुट के साथ)