हाथरस : तीन बेटियों ने इस समस्या के चलते PM मोदी को पत्र लिख कर आत्महत्या की अनुमति मांगी

हाथरस में एक व्यक्ति और उसकी तीन बेटियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आत्महत्या करने की अनुमति मांगी है क्योंकि उन्हें पीने के लिए एक बूंद भी पानी नहीं मिल रहा है.

हाथरस में एक व्यक्ति और उसकी तीन बेटियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आत्महत्या करने की अनुमति मांगी है क्योंकि उन्हें पीने के लिए एक बूंद भी पानी नहीं मिल रहा है.

author-image
Yogendra Mishra
एडिट
New Update
हाथरस : तीन बेटियों ने इस समस्या के चलते PM मोदी को पत्र लिख कर आत्महत्या की अनुमति मांगी

पीएम मोदी (फाइल फोटो)

हाथरस में एक व्यक्ति और उसकी तीन बेटियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आत्महत्या करने की अनुमति मांगी है क्योंकि उन्हें पीने के लिए एक बूंद भी पानी नहीं मिल रहा है. हाथरस जिला के हासयान ब्लॉक में एक किसान चंद्रपाल सिंह क्षेत्र में खारा पानी आने की शिकायत करने के लिए कई दिनों से सरकारी अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं.

Advertisment

यह भी पढ़ें- अयोध्या में उद्धव ने कहा, 'मंदिर बनेगा, रोकने वाला कोई है ही नहीं'

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "हम ये पानी नहीं पी सकते. मेरी बेटियां जब भी ये पानी पीती हैं, उन्हें उल्टी हो जाती है. पानी में अत्यधिक नमक होने के कारण फसलें भी नष्ट हो रही हैं. अपने परिवार को बोतलबंद पानी पिलाने की मेरी हैसियत नहीं है. मेरी गुजारिशों से अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही और अब मैंने प्रधानमंत्री से अपना तथा अपनी नाबालिग बेटियों का जीवन खत्म करने की अनुमति मांगी है."

यह भी पढ़ें- यमुना एक्सप्रेस-वे पर बड़ा हादसा, 5 लोगों की मौत, 3 घायल

क्षेत्र के अन्य लोग भी इसी समस्या से जूझ रहे हैं. एक स्थानीय निवासी राकेश कुमार ने कहा, "पानी इतना खारा है कि जानवर तक ये पानी नहीं पीते. पीने योग्य पानी लाने के लिए हम लोगों को तीन से चार किलोमीटर दूर पैदल जाना पड़ता है."

अधिकारियों से जब इस संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने इस समस्या के प्रति अनभिज्ञता जताई.

HIGHLIGHTS

  • साफ पानी न मिलने पर तीन बेटियों ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
  • पिता ने बताया पानी पीते ही होने लगती है उल्टी
  • पानी इतना खारा कि जानवर भी नहीं पी सकते
PM modi Modi hathras news Letter to modi letter to narendra modi hathras draought draought in hathras
Advertisment