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UP की 7 समितियों के लिए कांग्रेस का ऐलान, जितिन प्रसाद और राज बब्बर को जगह नहीं

कांग्रेस यूपी में पार्टी को मजबूत करने में जुटी हुई है. यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 में है और इसी को देखते हुए कांग्रेस ने कमर कस ली है.

Updated on: 07 Sep 2020, 06:16 AM

नई दिल्ली :

कांग्रेस यूपी में पार्टी को मजबूत करने में जुटी हुई है. यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 में है और इसी को देखते हुए कांग्रेस ने कमर कस ली है. कांग्रेस आलाकमान की स्वीकृति के बाद राज्य के लिए 7 समितियों की घोषणा की गई है. लेकिन इसमें जितिन प्रसाद और राज बब्बर का नाम शामिल नहीं है.

पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से रविवार को जारी बयान के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने उप्र के लिए घोषणापत्र समिति, संपर्क समिति (आउटरीच कमेटी), सदस्यता समिति, कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति, प्रशिक्षण एवं कैडर विकास समिति, पंचायती राज चुनाव समिति और मीडिया एवं संचार परामर्श समिति के गठन को स्वीकृति प्रदान की.

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गौरतलब है कि कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद इनमें से किसी भी समिति में शामिल नहीं हैं. दूसरी तरफ, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री और पूर्व एमएलसी नसीब पठान जैसे उन नेताओं को इन समितियों में जगह मिली हैं जिन्होंने गुलाम नबी आजाद समेत पत्र लिखने वाले 23 नेताओं पर निशाना साधा था.

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खत्री को प्रशिक्षण एवं कैडर विकास समिति तथा नसीब पठान को कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति में स्थान मिला है. पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और पीएल पुनिया को घोषणापत्र में जगह दी गई है. इसके अलावा प्रमोद तिवारी को संपर्क समिति, अनुग्रह नारायण सिंह को सदस्यता समिति, नूर बानो को कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति, राजेश मिश्रा को पंचायती राज समिति और राशिद अलवी को मीडिया एवं संचार परामर्श समिति में शामिल किया गया है. प्रदेश से संबंधित कांग्रेस के कई अन्य नेताओं को भी इन सात समितियों में शामिल किया गया है.