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आजम के गढ़ में फिर गरजेगा बुलडोजर, कमिश्नर आंजनेय कुमार की हुई वापसी

लगातार दूसरी बार सत्ता आई योगी सरकार अवैध कब्जे को लेकर काफी गंभीर रही है. ऐसे में दूसरी बार सरकार बनने के बाद प्रशासन सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे को  लेकर गंभीर हो गया है.

Updated on: 29 Mar 2022, 03:41 PM

highlights

  • आंजनेय कुमार रामपुर में रह चुके हैं डीएम
  • आजम के खिलाफ कार्रवाई से हुए मशहूर
  • मुरादाबाद कमिश्नर के रूप में देखेंगे रामपुर 

नई दिल्ली:

लगातार दूसरी बार सत्ता आई योगी सरकार अवैध कब्जे को लेकर काफी गंभीर रही है. ऐसे में दूसरी बार सरकार बनने के बाद प्रशासन सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे को  लेकर गंभीर हो गया है.  आजम खान के गढ़ माने जाने वाले रामपुर  (Rampur) जिले में अब राजस्व विभाग की टीमें गांव-गांव में जाकर अवैध कब्जे चिह्नित करेंगी. इसके बाद बुलडोजर के जरिए इन अवैध निर्माण को ढहाने की तैयारी है.  वहीं, अब जिले में एसडीएम को एक माह में 15 गांवों का निरीक्षण करने का लक्ष्य दिया गया है, जबकि लेखपाल को 10 गांवों के निरीक्षण का टारगेट दिया गया है. 


रामपुर के डीएम ने साफ कर दिया है कि अप्रैल से गांव-गांव में अवैध कब्जे को बख्सा नहीं जाएगा. जहां भी अवैध निर्माण पाया जाएगा, वहां बुलडोजर चलाया जाएगा. वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक आजम खान (Azam Khan) के गढ़ रामपुर की कमिश्नरी में आयुक्त के रूप में आंजनेय कुमार सिंह की वापसी हुई है. गौरतलब है कि वह रामपुर के डीएम रहते हुए आजम खान के यूनिवर्सिटी और उर्दू गेट पर बुलडोजर चला चुके हैं. वहीं, डीएम रविन्द्र कुमार मांदड़ ने तहसील सदर का निरीक्षण किया और उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों को सख्त आदेश दिए.

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एसडीएम और लेखपाल गांवों में जाकर तैयार करेंगे रिपोर्ट 
रामपुर के डीएम रविन्द्र कुमार मांदड़ के आदेश के बाद एसडीएम एक महीने में कम से कम 15 गांवों का दौरा करेंगे. इस दौरान एसडीएम के साथ ही 10 लेखपाल, दो कानूनगो, अमीन और पुलिस बल की मौजूदगी में गांवों में अवैध निर्माण को चिन्हित कर उनका समाधान करेंगे . इस दौरान एसडीएम जमीनी हकीकत पर सीधी नजर रखेंगे और जमीन विवादों पर त्वरित समाधान की कार्रवाई करेंगे.