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SP और RLD में गठबंधन तय, 36 सीटों पर चुनाव लड़ेगी आरएलडी- सूत्र

अखिलेश यादव आरएलडी को 36 सीटें देने के लिए राजी हो गए हैं. इनमें 30 सीटों पर आरएलडी के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे जबकि 6 सीटों पर आरएलडी के निशान पर सपा के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे. 

Updated on: 24 Nov 2021, 09:10 AM

highlights

  • सपा और आरएलडी में सीटों को लेकर बनी सहमति 
  • 36 सीटों पर चुनाव लड़ेगी आरएलडी
  • जल्द हो सकता है SP-RLD गठबंधन को लेकर ऐलान

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन को लेकर सहमति बन चुकी है. जल्द ही गठबंधन को ऐलान किया जा सकता है. सूत्रों का कहना है कि आरएलडी और सपा के बीच सीटों को बंटवारे को लेकर सहमति बन चुकी है. जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव आरएलडी को 36 सीटें देने के लिए राजी हो गए हैं. इनमें 30 सीटों पर आरएलडी के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे जबकि 6 सीटों पर आरएलडी के निशान पर सपा के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे.  आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने सपा से 45 सीटें मांगी थी जिनमें 36 सीटों पर सहमति बन गई है. 

यूपी चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोक दल ( आरएलडी) के बीच गठबंधन का आधिकारिक ऐलान होना अभी बाकी है. आरएलडी चीफ चौधरी जयंत सिंह ने पहले भी ये साफ किया था कि सपा के साथ गठबंधन कर वे चुनाव मैदान में उतरेंगे. अब आरएलडी चीफ जयंत ने मंगलवार को लखनऊ पहुंचकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के साथ मुलाकात की है. जयंत और अखिलेश की मुलाकात खत्म हो चुकी है. सूत्रों के मुताबिक सपा और आरएलडी में सीटों को लेकर सहमति बन गई है. आरएलडी 36 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. आरएलडी 50 सीटें मांग रही थी जबकि सपा 30 से 32 सीटें देने को तैयार थी. सूत्रों की मानें तो जयंत और अखिलेश के बीच एक और दौर की बातचीत होगी. इसके बाद दोनों नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं. 

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आरएलडी चीफ जयंत और अखिलेश की मुलाकात सपा सुप्रीमो के घर पर हुई. इस मुलाकात की तस्वीर ट्वीट करते हुए जयंत ने लिखा है- बढ़ते कदम. सपा सुप्रीमो से मुलाकात के बाद जयंत दिल्ली लौट गए हैं. सूत्रों के मुताबिक जयंत ने डिप्टी सीएम का पद आरएलडी को दिए जाने की मांग अखिलेश के सामने रखी है.

सूत्रों का कहना है कि सपा के करीब आधा दर्जन नेता आरएलडी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. गौरतलब है कि आरएलडी और सपा के बीच सीटों को लेकर खींचतान चल रही थी. दोनों दलों के बीच दो दौर की बातचीत के बाद भी सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन सकी थी. कई सीटें ऐसी थीं जिन्हें लेकर दोनों ही दलों की ओर से दावा किया जा रहा था. इस खींचतान के कारण गठबंधन के आधिकारिक ऐलान में भी देर हो रही थी. अब जयंत ने ट्वीट कर ये संकेत दे दिए हैं कि दोनों दलों के बीच बातचीत की गाड़ी सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ी है.