समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
समाजवादी पार्टी ने नए साल की दस्तक के बीच 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। पार्टी ने लोकसभा में संभावित प्रत्याशियों से आवेदन फॉर्म 31 जनवरी तक हर हाल में जमा करने को कहा है। साथ ही दावेदारों को आवेदन फॉर्म के साथ 10 हजार रुपये जमा कराने के लिए कहा गया है।
साथ ही अखिलेश यादव की नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी ने आपराधिक छवि के लोगों को टिकट नहीं देने की बात कही है। जिसपर बीजेपी ने चुटकी ली है। वहीं कांग्रेस ने इस पहल का स्वागत किया है।
क्या है आवेदन का फॉर्मूला
आवेदन करने वालों पार्टी का सक्रिय सदस्य होना चाहिए। साथ ही संगठन की पत्रिका समाजवादी बुलेटिन का आजीवन सदस्य होना चाहिए।
आवेदन में यह बताना है कि पार्टी का सदस्य वो है या नहीं और फिर सदस्यता की रसीद भी लगानी होगी। आवेदनकर्ता को ये भी बताना होगा कि उसपर कोई आपराधिक मुकदमा तो नहीं है। अगर है तो उसका संक्षिप्त विवरण देना होगा। आवेदन पत्र में ये भी भरना होगा कि उसने पार्टी के किन-किन आंदोलनों में भाग लिया है।
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समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की तरफ से सभी जिला और महानगरों के अध्यक्षों महासचिवों, सांसदों, पूर्व सांसदों, विधायकों, पूर्व विधायकों, जिला पंचायत अध्यक्षों राज्य कार्यकारिणी के पदाधिकारियों और सदस्यों, पार्टी प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा के क्षेत्रों के अध्यक्षों और प्रमुख नेताओं को भेजे पत्र में ये जानकारी दी गई है।
2014 लोकसभा चुनाव में सपा को मिली थी हार
2014 लोकसभा चुनाव और 2017 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। अब पारिवारिक झगड़ों को दरकिनार कर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव समय रहते चुनाव प्रचार में जुटना चाहते हैं।
2014 लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से सपा को मात्र पांच सीटें मिली थी। वहीं बीजेपी को 71 सीटें हासिल हुई थी।
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Source : Ratish Trivedi