समाजवादी पार्टी राष्ट्रीयध्यक्ष और उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 2017 विधानसभा चुनाव के मैदान में नहीं उतरेंगे। काफी समय से चल रहे कयासों पर विराम लगाते हुए अखिलेश ने कहा कि वे विधान परिषद के सदस्य है। उनका कार्यकाल 2018 तक है।
लखनऊ के सरोजनीनजर इलाके से चुनाव में उतरने की खबरों का खंडन करते हुए अखिलेश यादव ने कहा,'जहां-जहां गठबंधन के प्रत्याशी हैं, वहां-वहां मैं चुनाव लड़ रहा हूं। विधान परिषद में वर्ष 2018 तक का कार्यकाल है। अब चुनाव लड़ने की बात उड़ाई तो कार्रवाई होगी।'
बता दे कि ये खबर थी कि अखिलेश सरोजनीनगर से चुनाव लड़ने जा रहें है। अगर ऐसा होता तो अखिलेश पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरते। इस सीट पर पहले से ही धर्मेंद्र यादव के भाई अनुराग यादव का नाम तय है।
पिछले महीने अपने बुंदेलखंड दौरे के वक्त अखिलेश यादव ने कहा था कि वे बुंदेलखंड से चुनाव लड़ना चाहते हैं क्योंकि इस क्षेत्र के लोगों ने मांग की है। फिलहाल अखिलेश अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे और चुनावी रणनीति पर ज्यादा ध्यान देंगे।
इसे भी पढ़ें: 'यूपी को यह साथ पसंद है' नारा के जरिए मोदी पर हमले की तैयारी में सपा-कांग्रेस गठबंधन
राष्ट्रीयध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अखिलेश यादव राज्य व जिला इकाई के कार्यकर्ताओं से मिलकर चुनाव की तैयारी पर चर्चा की। अखिलेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव को लड़ने की तैयारियों में जुटने के लिए कहा। बता दें कि 29 जनवरी को गठबंधन का एक संयुक्त कार्यक्रम होगा, जिसमें कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।
यूपी में 11 फरवरी से चुनाव शुरू होने हैं और यह सात चरणों में आठ मार्च तक चलेगा। 11 मार्च को सभी राज्यों के नतीजे एक साथ आएंगे।
HIGHLIGHTS
- यूपी विधानसभा चुनाव 2017 में नहीं उतरेंगे अखिलेश यादव
- लखनऊ के सरोजनी नगर इलाके से थी चुनाव लड़ने की खबर
- 29 जनवरी को होगा सपा और कांग्रेस का संयुक्त कार्यक्रम
Source : News Nation Bureau