समाजवादी पार्टी (सपा) के 10वें राष्ट्रीय अधिवेशन में पांच वर्ष के लिए अध्यक्ष चुने जाने के बाद अखिलेश यादव ने ताजनगरी आगरा में भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों पर जमकर हमला बोला।
अखिलेश ने नोटबंदी, जीएसटी, ताजमहल, किसान और महापुरुषों की जयंती पर अवकाश रद्द किए जाने सहित अन्य विषयों पर बीजेपी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि बीजेपी को रोकने का दम सिर्फ समाजवादी पार्टी में है।
तारघर मैदान में आयोजित पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश ने कहा, 'भाजपा ने नोटबंदी से अर्थव्यवस्था में बदलाव की बात कही थी, लेकिन इससे तो हालात और बिगड़ गए हैं। नोटबंदी से कारोबार धीमा हुआ और जीएसटी लागू होने के बाद से कारोबार बिल्कुल ठप हो गया है।'
सपा अध्यक्ष ने कहा, 'देश में भाजपा को रोकने का दम सिर्फ उत्तर प्रदेश और सपा में है। भाजपा को रोकने के लिए रणनीति बनाकर काम करना होगा। सरकार के अन्याय को हमें रोकना है। आने वाले समय में कोई बड़ी रैली करनी पड़ी तो हम करेंगे। केंद्र सरकार की नीतियों से देश का हर वर्ग परेशान है।इसकी नीतियों से पूरे देश में किसान बर्बाद हो चुका है। इस पार्टी ने कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ बेहद गंदा मजाक किया है।'
अखिलेश ने कहा, 'देश का विकास उप्र से ही होता है। उप्र को खराब कर दिया गया है, इसे दोबारा ठीक करना होगा। हमें यकीन है कि जनता फिर से हमें सत्ता में लाएगी। मौका मिलेगा तो अबकी बार लखनऊ एक्सप्रेस-वे को प्रदेश के दूसरे कोने तक पहुंचा देंगे।'
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'बीजेपी सिर्फ जांच की बात करती है, इनके पास विकास के नाम पर कुछ नहीं है। जो पैसा था, उन्होंने कर्जमाफी के नाम पर खर्च कर दिया, बावजूद इसके आज किसान कर्ज में डूबा है।'
अखिलेश ने एक बात फिर दोहराई और कार्यकर्ताओं से कहा कि वे याद रखें कि चुनाव से पहले बीजेपी फिर से जनता को बहका सकती है। बीजेपी पर सही तरह से इतिहास न पढ़ने का आरोप लगाते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा पहले एक्सप्रेस-वे से नफरत करती थी, अब ताजमहल से करती है। वे ताजमहल को वरीयता देना ही भूल गए।
अखिलेश ने महापुरुषों की जयंती पर वर्तमान सरकार द्वारा अवकाश रद्द किए जाने को समाज और महापुरुषों का अपमान बताया और कहा कि सत्ता में दोबारा आने पर ऐसे सभी महापुरुषों की जयंती पर रद्द अवकाश बहाल किए जाएंगे।
Source : IANS