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कन्नौज हादसा : अखिलेश का योगी पर साधा निशाना, लोगों को दी नसीहत, कहा- 'अपने ड्राइवरों को सोने दें'

इटावा में अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कन्नौज बस दुर्घटना पर शोक जताया. अखिलेश यादव ने कहा कि रात में उन्हें इस दुर्घटना की जाकारी मिल गई थी. मौके पर मौजूद समाजवादी पार्टी के कई नेता पहुंचे थे. जिन्होंने हरसंभव मदद की है.

Updated on: 11 Jan 2020, 01:55 PM

इटावा:

इटावा में अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कन्नौज बस दुर्घटना पर शोक जताया. अखिलेश यादव ने कहा कि रात में उन्हें इस दुर्घटना की जाकारी मिल गई थी. मौके पर मौजूद समाजवादी पार्टी के कई नेता पहुंचे थे. जिन्होंने हरसंभव मदद की है. बताया जा रहा है कि गलत तरीके से बस की लंबाई बढ़ाई गई थी. आखिर किस RTO ने इसे परमिट दे दिया. योगी सरकार में घूस देकर बड़े-बड़े परमिट मिल जाते हैं.

फिलहाल ये जांच का विषय है. समाजवादी पार्टी के नेता मौके पर थे. उनका कहना था कि आग इतनी तेज थी कि वह मदद ही नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि जहां पर ये हादसा हुआ है वहीं पर समाजवादी सरकार ने फायर स्टेशन बनाया था. लेकिन बीजेपी सरकार ने उसे बंद करवा दिया. अगर वहां पर वह फायर स्टेशन होता तो यह हादसा होने से बचाया जा सकता था.

JNU को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि जब बीजेपी और एबीवीपी के लोग चाहेंगे तभी FIR दर्ज की जाती है. जाति देख कर रिपोर्ट दर्ज की जाती है. यूपी में भी यही हाल है जहां जाति देख कर इलाज किया जाता है और थाने में सुनवाई होती. वह बीजेपी जो खुद को राष्ट्रवादी पार्टी कहती है भला वह इस तरह से कैसे काम कर सकती है. मृतकों के परिजनों को कमसे कम 10 लाख रुपये का मुआवजा मिलना चाहिए.

अखिलेश यादव ने ट्वीट करके भी अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने लिखा 'कन्नौज के अग्निकांड में मारे गये लोगों के प्रति श्रद्धांजलि व परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना. लोगों की जान बच भी सकती थी, अगर भाजपा सरकार संकीर्ण राजनीतिक सोच की वजह से सपा काल में बने फ़ायर स्टेशन को बंद नहीं करवाती, जो घटना स्थल से केवल 10 मिनट की दूरी पर बना था. दुखद!'

'अपने ड्राइवरों को सोने दें'

कन्नौज हादसे के बाद अखिलेश यादव ने लोगों से मुलाकात करते हुए कहा कि लगातार नींद आने के कारण हादसे हो रहे हैं. ट्रक ड्राइवर रातभर गाड़ी चलाते रहते हैं. उन्हें सोने का मौका नहीं मिलता. मैं आप सभी से कहना चाहूंगा कि अपने-अपने ड्राइवरों को कम से कम 7 घंटे सोने दें. सबसे पहले ड्राइवर को खाना खिलाएं. ताकि ड्राइवर ठीक से आराम कर सके. हो सकता है कि चलने के समय पर अगर आपका ड्राइवर खाना खाए तो उसे नींद आ जाए. क्योंकि कन्नौज की घटना भी ड्राइवर के सोने के कारण हुई.