यूपी पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली के दामों में 25 फीसदी से भी ज्यादा की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव सरकार को पेश किया है. UPPCL महीने के कुल बिजली खपत में से शुरुआती 150 यूनिट का दाम 4.90 रुपये/ यूनिट के हिसाब से लगाता है.
लेकिन अब UPPCL ने इसे 26 फीसदी बढ़ाने यानी 6.20 रुपये प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव दिया है. इस प्रस्ताव को जनविरोधी बताया जा रहा है. विपक्ष इस प्रस्ताव के खिलाफ एकजुट होना शुरू हो गया है.
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बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस प्रस्ताव के विरोध में ट्वीट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यूपी की त्रस्त जनता व बीपीएल परिवारों पर भी बिजली की दरों में भारी वृद्धि करके उन्हें तेज झटका देने की सरकारी तैयारी घोर निन्दनीय. लोकसभा चुनाव के बाद क्या बीजेपी सरकार इसी रूप में यूपी की 20 करोड़ जनता को आघात पहुँचाएगी? यह वृद्धि सौभाग्य को दुर्भाग्य योजना में नहीं बदल देगी?
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इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार के द्वारा बिजली की दरों में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि का प्रस्ताव जनविरोधी और सरकार की संवेदनहीनता का उदाहरण है. सरकार को यह प्रस्ताव तत्काल वापस ले लेना चाहिए.
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अखिलेश ने कहा कि UPPCL ने 2019-20 के लिए शहर से लेकर गांवों तक की घरेलू बिजली की दरों में 20-25 फीलदी बढ़ोतरी की योजना बनाई है. बिजली का दाम बढ़ाना BPL परिवारों और मध्यवर्ग के साथ अन्याय है. बिजली विभाग अच्छी सुविधा तो दे नहीं पा रहा उस पर दामों में बढ़ोतरी दोहरी मार है.
HIGHLIGHTS
- UPPCL ने बिजली बिल में 25 प्रतिशत बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया
- अभी शुरुआती 150 यूनिट का बिल 4.90 रुपये/ यूनिट होता है
- बढ़ोतरी के बाद 6.20 रुपये हो जाएगा