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अजय कुमार लल्लू बोले- पराली निस्तारण के बहाने जेल भेजकर किसानों का उत्पीड़न कर रही योगी सरकार

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सहारनपुर जनपद के किसानों को पराली जलाने के नाम पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की योगी आदित्यनाथ सरकार के कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की.

Updated on: 05 Nov 2020, 02:00 AM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सहारनपुर जनपद के किसानों को पराली जलाने के नाम पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की योगी आदित्यनाथ सरकार के कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने पराली समस्या के समाधान के लिए सरकार को निर्देश दिया था कि वह पराली की खरीद कर उसका निस्तारण कराए और पराली निस्तारण हेतु किसानों को समुचित आर्थिक मुआवजे की व्यवस्था सुनिश्चित करे. लेकिन राज्य सरकार अपने दायित्वों से मुंह चुराकर किसानों के विरुद्ध मुकदमे लिखकर उन्हें जेल भेजकर प्रताड़ित कर रही है. अकेले सहारनपुर जनपद में अब तक 16 किसानों को एक सप्ताह में पुलिस ने जेल भेज दिया है. सैकड़ों किसान अपनी गिरफ्तारी के भय से अपना घर परिवार छोड़कर भागने के लिए विवश हैं.

प्रदेश सरकार के इस पुलिसिया उत्पीड़न से किसानों में भय एवं आक्रोष व्याप्त है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एक तरफ जहां किसानों को धान बेचने के लिये क्रय केंद्रों पर चार-चार दिन तक प्रतीक्षा करनी पड़ रही है और न्यूनतम समर्थन मूल्य 1886 रुपये के स्थान पर तमाम कमियां बताकर आठ सौ से लेकर नौ सौ रुपये प्रति क्विंटल में किसानों को अपनी धान की उपज बेंचने के लिए विवश कर रही है. उनका शोषण करने पर उतारू है. यह खबरें प्रदेश के लगभग हर जनपद से आ रही हैं. समाचारपत्रों की सुर्खियां बन रही हैं.

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि वहीं दूसरी तरफ बुंदेलखंड के किसान सूखे की चपेट में हैं और नहरों में पानी न आने के कारण जनपद झांसी के किसान विगत 30 अक्टूबर से लगातार धरने पर बैठे है. समय से पानी न आने की वजह से रवी फसल की बुआई के लिए खेतों की तैयारी में अत्यधिक देरी हो रही है. पिछली फसल की बर्बादी से कराह रहा किसान अपनी नई फसल की समय से बुआई न कर पाने के भय और आशंका से दुःखी है. इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी बता रही है कि उसके एजेंडे में किसान नहीं है.

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि 14 दिन में गन्ना मूल्य के भुगतान के वादे के साथ सत्ता में आई भाजपा के शासन में 14 हजार करोड़ रुपया गन्ना किसानों का अभी भी बकाया है. जबकि नया पेराई सत्र चालू होने वाला है. माननीय न्यायालय का यह निर्देश था कि 14 दिन में भुगतान न होने पर ब्याज सहित गन्ना मूल्य के बकाये का भुगतान मिलों को करना होगा. ब्याज की तो छोड़िए हमारा अन्नदाता किसान वर्षों से अपने वास्तविक मूल्य के लिए दर-दर की ठोंकरें खा रहा है. कोरोना महामारी के चलते किसानों को अपनी खराब आर्थिक स्थिति के कारण बच्चों की फीस, दवाई, भोजन आदि जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है. उन्होंने कहा कि सूखा, ओलावृष्टि की प्राकृतिक आपदा की मार और बैंकों व साहूकारों के कर्ज के जाल में फंसकर आर्थिक संकट से बेहाल किसान पर सरकारी अत्याचार की दोहरी मार से बदहाल किसान हर तरह के संकट की मार झेल रहा है. जिसके परिणामस्वरूप बुन्देलखंड में सर्वाधिक किसानों ने आत्महत्याएं भी की हैं.  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मांग की है कि प्रदेश सरकार किसानों का उत्पीड़न करना बन्द करें और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सम्यक कदम उठाये. अन्यथा कांग्रेस पार्टी किसानों के मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतरने के लिए विवश होगी. उन्होने पराली के मुद्दे पर सहारनपुर में गिरफ्तार किये गये सभी किसानों को तुरंत रिहा करने की मांग की है.