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Exclusive : ज्ञानवापी मस्जिद पर AIMPLB की भूमिका : मोहसिन रजा

काशी की ज्ञानवापी मस्जिद से लेकर सियासत तेज हो गया है. ज्ञानवापी मस्जिद के मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) भले ही पक्षकार नहीं है, लेकिन अब वे बाबरी मस्जिद की तरह देश की दूसरी अन्य मस्जिदों को नहीं गंवाना चाहते हैं

Updated on: 18 May 2022, 08:23 PM

नई दिल्ली:

Gyanvapi mosque : काशी की ज्ञानवापी मस्जिद से लेकर सियासत तेज हो गया है. ज्ञानवापी मस्जिद के मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) भले ही पक्षकार नहीं है, लेकिन अब वे बाबरी मस्जिद की तरह देश की दूसरी अन्य मस्जिदों को नहीं गंवाना चाहते हैं, इसलिए AIMPLB ने ज्ञानवापी मस्जिद को बचाने के लिए प्लान बनाया है. इस पर उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने AIMPLB को अवैध करार दे दिया है. 

हज कमेटी के अध्यक्ष मोहसिन रजा ने कहा कि AIMPLB अवैध है और इसपर कार्रवाई होनी चाहिए. इसके रिश्ते आतंकी से है और इसके फंड की जांच होनी चाहिए. ज्ञानवापी मस्जिद पर AIMPLB की कोई भी भूमिका गलत और अवैध है. 

ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मौलाना राबे हसन नदवी के नेतृत्व में आपातकालीन मीटिंग की. इसमें बोर्ड से जुड़े पूरे देश के 45 मेंबर शामिल हुए थे, जिसमें तय हुआ कि बाबरी मस्जिद की तरह अब देश की दूसरी मस्जिदों को नहीं गंवाएंगे, वो चाहे ज्ञानवापी मस्जिद हो या फिर मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद. देश की तमाम मस्जिदों को बचाने को AIMPLB मुस्लिम पक्ष के वकीलों को कानूनी मदद करेगा और सरकार पर भी दबाव बनाने का काम करेगा. 

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में कानूनी लड़ाई के लिए मुस्लिम पक्ष को मदद के लिए एक लीगल टीम बनाने का ऐलान किया है, जिसमें देश के एक से बढ़कर एक अधिवक्ताओं का पैनल होगा. पूरे मामले में कानूनी सलाह को एक पूर्व जस्टिस के अगुवाई में 5  सदस्यीय कमेटी बनाई गई है.