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काला दिवस मना रहे किसानों का यूपी गेट पर हंगामा, सरकार का पुतला फूंका

विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की पुलिस के साथ धक्‍का-मुक्‍की हुई. इस दौरान काले झंडे फहराए गए.

Updated on: 26 May 2021, 02:10 PM

highlights

  • कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने मनाया काला दिवस
  • पुतला फूंकने पर पुलिस से धक्का-मुक्की
  • 2024 तक आंदोलन चलाने की चेतावनी

गाजियाबाद:

कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ आंदोलन के छह महीने पूरा होने और केंद्र की मोदी सरकार के दो साल पूरा होने पर काला दिवस मना रहे किसानों ने बुधवार को यूपी गेट पर हंगामा किया. आंदोलनकारियों ने धरने के 6 माह पूरे होने पर काला दिवस मनाया और केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) का पुतला फूंका. इसको लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की पुलिस के साथ धक्‍का-मुक्‍की हुई. इस दौरान काले झंडे फहराए गए. भारतीय किसान यूनियन के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता राकेश टिकैत ने काली पगड़ी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया. 

6 महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं किसान
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए 3 कृषि कानूनों के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. यूपी गेट पर धरना प्रदर्शन 26 नवंबर को शुरू हुआ था. 26 मई को प्रदर्शन के छह महीने पूरे हो गए हैं. बीकेयू के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता ने पहले ही इस दिन को काला दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा कर दी थी. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार किसान एक स्‍थान पर इकट्ठा हो लगे. किसान हाथों में काले झंडे लिए थे और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबारी शुरू कर दी.

कानून खत्म होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी
किसानों ने कहा कि जब तक तीनों कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, तब तक आंदोलन खत्‍म नहीं होगा. यह आंदोलन लोकसभा चुनाव यानी 2024 तक चलेगा. इस बीच कुछ किसान केंद्र सरकार का पुतला ले आए और इसे जलाने की कोशिश करने लगे. वहां पर मौजूदा पुलिस बल ने किसानों को रोकने का प्रयास किया. इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच धक्‍का-मुक्‍की शुरू हो गई. इसके बावजूद किसान अपनी रणनीति में सफल हो गए और सरकार का पुतला फूंक दिया.

राकेश टिकैत ने पहनी काली पगड़ी
दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता राकेश टिकैत ने काली पगड़ी पहनकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया. टिकैत ने कहा कि किसान किसी भी हालत में नहीं झुकेंगे. किसानों को बचाने के लिए आंदोलन शुरू किया गया है. एसपी सिटी सेकेंड ज्ञानेन्‍द्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने किसानों को पुतला फूंकने से रोकने का प्रयास किया था. उन्‍होंने कहा कि इस मामले में किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी.