NRC का हौव्वा अभी भी बरकरार, जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आए रिकॉर्ड आवेदन

देश में नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद एक तरफ जहां इसके खिलाफ लगातार मुस्लिम समुदाय के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं अभी भी लोगों में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजनशिप को लेकर भ्रम की स्थिति बरकरार है. इसी को लेकर हापुड़ जिले में लोग जन्म प्रमाणपत्र

देश में नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद एक तरफ जहां इसके खिलाफ लगातार मुस्लिम समुदाय के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं अभी भी लोगों में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजनशिप को लेकर भ्रम की स्थिति बरकरार है. इसी को लेकर हापुड़ जिले में लोग जन्म प्रमाणपत्र

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Yogendra Mishra
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NRC का हौव्वा अभी भी बरकरार, जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आए रिकॉर्ड आवेदन

हापुड़ में जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचे लोग।( Photo Credit : ANI)

देश में नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद एक तरफ जहां इसके खिलाफ लगातार मुस्लिम समुदाय के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं अभी भी लोगों में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजनशिप को लेकर भ्रम की स्थिति बरकरार है. इसी को लेकर हापुड़ जिले में लोग जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के लिए भारी संख्या में आवेदन कर रहे हैं.

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पिछले एक हफ्ते में जन्म प्रमाण पत्र बनावाने के लिए लोग भारी संख्या में नगर पालिका दफ्तर पहुंचे. हापुड़ नगर पालिका में जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जहां हफ्ते में एक दो लोग ही पहुंचते थे. वहीं अब काउंटर पर सुबह से शाम तक लोगों की भारी भीड़ लगी रहती है. सोमवार तक करीब 500 से ज्यादा लोगों ने 1 हफ्ते में आवेदन किया है. पहले यह आंकड़ा सप्ताह में 5-6 का ही होता था.

युवाओं के साथ ही 1948 तक के जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन हो रहा है. यानी देश की आजादी अपने आंखों से देखने वाले लोग भी बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं. इतने पुराने जन्म प्रमाण पत्र जारी करने में अधिकारियों के भी पसीने छूट रहे हैं. जो लोग आवेदन कर रहे हैं उनके साक्ष्य नगरपालिका अधिकारियों को मिलने में दिक्कत हो रही है. जिसके कारण इतने पुराने जन्म प्रमाण पत्र जारी करने से पहले पालिका के अधिकारी आवेदनों की पूरी तरह से जांच करने में जुटे हैं.

जन्म प्रमाण पत्र बनवाने वाले लोगों का कहना है कि नागरिकता कानून को लेकर जो मामला चल रहा है उसे लेकर वे लोग जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में जुट गए हैं. हापुड़ नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी जेके आनंद का कहना है कि पिछले एक सप्ताह में जन्म प्रमाण पत्र बनवाने वाले लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. लोग 1948 से 1952 तक के जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं. लेकिन इतने पुराने जन्म प्रमाण पत्र जारी करने के लिए साक्ष्य नहीं मिल रहे हैं. जिसके कारण प्रमाणपत्र जारी करने में दिक्कतें हो रही हैं. आवेदन पत्र की जांच के बाद ही जन्म प्रमाणपत्र जारी होंगे.

Source : News Nation Bureau

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