अपराध और राजनीति का नाता पुराना है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में चुनाव हो और दागी नेता मैदान में न हों ऐसा कैसे हो सकता है। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार दूसरे चरण के मुकाबले में 107 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किये हैं जबकि 256 करोड़पति हैं। दूसरे चरण के लिए 15 फरवरी को वोट डाले जाएंगे।
एडीआर ने कहा कि 719 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया है। जिसमें 107 (15 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किये हैं। कुल 84 उम्मीदवारों (12 प्रतिशत) ने हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि सहित गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं।
एडीआर में रिपोर्ट में कहा है, 'भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 67 में 16, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के 67 में 25, राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के 52 में छह, समाजवादी पार्टी (एसपी) के 51 में 21, कांग्रेस के 18 में छह उम्मीदवारों और 206 निर्दलीय उम्मीदवारों में 13 ने अपने-अपने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किये हैं।'
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एडीआर ने कहा कि 719 प्रत्याशियों में 256 करोड़पति हैं जिसमें बीएसपी के 58, बीजेपी के 50, एसपी के 45, कांग्रेस के 13, आरएलडी के 15 और 36 निर्दलीय उम्मीदवारों ने एक करोड़ रूपये से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है।
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राजनीतिक मसलों पर रिसर्च करने वाली संस्था ने छह राष्ट्रीय पार्टियों, छह राज्य स्तर की पार्टियों, 80 गैर-मान्यताप्राप्त दल सहित 92 राजनीतिक दलों और 206 निर्दलियों समेत 92 राजनीतिक दलों 721 उम्मीदवारों में 719 की ओर से दाखिल हलफनामे का विश्लेषण किया है।
Source : News Nation Bureau