logo-image

बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स को तोड़ा गया

प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने भदोही के ज्ञानपुर विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक विजय मिश्रा (Bahubali MLA Vijay Mishra) के अवैध कॉम्प्लेक्स विजय टावर के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को अंजाम दिया है.

Updated on: 05 Mar 2021, 02:02 PM

highlights

  • माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार का एक्शन जारी
  • बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
  • प्रयागराज प्रशासन ने कमर्शियल कॉम्प्लेक्स को तोड़ा

प्रयागराज:

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार का एक्शन लगातार जारी है. इसी कड़ी में प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने शुक्रवार को भदोही के ज्ञानपुर विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक विजय मिश्रा (Bahubali MLA Vijay Mishra) के अवैध कॉम्प्लेक्स विजय टावर के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को अंजाम दिया है. अल्लापुर इलाके में पुलिस चौकी के ठीक सामने लगभग 350 वर्ग गज में 4 मंजिला कांप्लेक्स अवैध रूप से निर्माण कराया गया था. यह काम्प्लेक्स बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की पत्नी मिर्जापुर सोनभद्र सीट से एमएलसी रामलली मिश्रा और उनकी सास इंद्रकली देवी के नाम पर है.

यह भी पढ़ें : बाहुबली धनंजय सिंह ने प्रयागराज कोर्ट में किया सरेंडर, देखती रह गई यूपी पुलिस 

विजय मिश्रा पर आरोप है कि रेजिडेंशियल दो मंजिला इसका नक्शा पीडीए से पास कराया था. बेसमेंट को मिलाकर चार मंजिली अवैध इमारत खड़ी कर दी थी. यूपी में अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ जब कार्यवाही शुरू हुई तो अक्टूबर 2020 में इस कांप्लेक्स को भी गिराने के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने कार्यवाही शुरू की. उस समय विजय मिश्रा के परिजन कमिश्नर कोर्ट चले गए. कमिश्नर कोर्ट से अर्जी खारिज होने के बाद विजय मिश्रा के परिजनों ने हाईकोर्ट की शरण ली और काम्प्लेक्स को बचाने की गुहार लगाई.

लेकिन कोर्ट ने अवैध निर्माण पर विजय मिश्रा को कोई राहत नहीं दी. इसके बाद विजय मिश्रा के परिजनों की ओर से हाईकोर्ट में अंडरटेकिंग दी गई कि छह हफ्ते में अवैध निर्माण खुद ध्वस्त करा लेंगे. विजय मिश्रा ने ठेकेदार शंभू नाथ गुप्ता को अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण का ठेका भी दिया था. दिसंबर 2020 में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी शुरू हुई थी. लेकिन कोर्ट से मिली मोहलत खत्म होने के बाद भी कंपलेक्स का अवैध निर्माण नहीं हटाया जा सका है. इसके बाद पीडीए के जोनल अधिकारी आलोक पांडेय के नेतृत्व में पहुंची टीमें सरकारी जेसीबी मशीनों से पूरे काम्पलेक्स को ध्वस्त करा रही है.

यह भी पढ़ें : बंगाल चुनाव से 14 दिन पहले मोदी सरकार के खिलाफ ताल ठोकेंगे राकेश टिकैत 

पीडीए के जोनल अधिकारी आलोक पाण्डेय के मुताबिक, इस कांप्लेक्स का कामर्शियल इस्तेमाल किया जा रहा था, जबकि इस का नक्शा दो मंजिला रेजिडेंशियल पास था. इसलिए पूरी बिल्डिंग अवैध है और पूरी बिल्डिंग का ध्वस्तीकरण किया जा रहा है. इससे पहले अल्लापुर में ही विजय मिश्रा की आलीशान कोठी भी 5 नवंबर 2020 को पीडीए‌ ने जेसीबी मशीनों से ध्वस्त दी थी. इस मामले में कमिश्नर कोर्ट से अपील खारिज होने के बाद शाम 5:30 बजे पहुंची पीडीए की टीमों ने ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू की थी और देर रात तक मकान को जमींदोज कर दिया था.