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आचार्य परमहंस को किया गया हाउस अरेस्ट, 2 अक्टूबर को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग

2 अक्टूबर यानी आज परमहंस आश्रम में हिंदू राष्ट्र के लिए यज्ञ कर रहे है. वहां भारी संख्या में समर्थक मौजूद है जो हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं. 

Updated on: 02 Oct 2021, 12:30 PM

highlights

  • अयोध्या में आचार्य परमहंस के किया देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग
  • 2 अक्टूबर को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग करते हुए किया यज्ञ
  • पुलिस ने आचार्य परमहंस को किया हाउस अरेस्ट 

अयोध्या :

अयोध्या के जगद्गुरु परमहंस को पुलिस ने  हाउस अरेस्ट कर लिया है. आचार्य परमहंस 2 अक्टूबर को देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि था कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो वो जल समाधि ले लेंगे. 2 अक्टूबर यानी आज परमहंस आश्रम में हिंदू राष्ट्र के लिए यज्ञ कर रहे है. वहां भारी संख्या में समर्थक मौजूद है जो हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं. डीएसपी राजेश राय ने बताया कि  आचार्य परमहंस को जल समाधि से रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाकर हाउस अरेस्ट कर दिया गया है.

अधिकारियों का कहना है कि आचार्य जी को समझाने का प्रयास हो रहा है. वहीं तपस्वी छावनी के बाहर आचार्य परमहंस के समर्थक बड़ी संख्या में जुटे हुए हैं. परमहंस के साथ जलसमाधि लेने का ऐलान कर रहे हैं.  संत परमहंस ने केंद्र सरकार से मुसलमानों और ईसाइयों की राष्ट्रीयता समाप्त करने के लिए भी कहा है. यह पहली बार नहीं है, जब परमहंस ने इस तरह की चेतावनी दी है. 

पहले भी 15 दिन का आचार्य परमहंस ने किया था उपवास 

इससे पहले, उन्होंने हिंदू राष्ट्र के मुद्दे पर 15 दिनों का लंबा उपवास किया था और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने अपना उपवास तोड़ दिया.

संत परमहंस ने अपना जीवन समाप्त करने के इरादे से लंबा उपवास रखने का फैसला किया था, जिसे गृह मंत्री के आश्वासन के बाद तोड़ दिया गया था.

मोहन भागवत भी हिंदू राष्ट्र की मांग की है

इससे पहले, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत हिंदू राष्ट्र के बारे में बार-बार जोर दे चुके हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुत्व एक ऐसा शब्द है, जो भारत की भूमि में आध्यात्मिकता-आधारित परंपराओं की निरंतरता और मूल्य प्रणाली की एक संपूर्ण संपदा के साथ-साथ हमारी पहचान को व्यक्त करता है. 

इसलिए, यह शब्द सभी 1.3 अरब लोगों पर लागू होता है, भागवत ने 2020 में अपने विजय दशमी भाषण के दौरान यह टिप्पणी की थी.

क्या होता है जल समाधि 

जल समाधि तब होती है, जब कोई व्यक्ति खुद को पानी में डुबो कर अपना जीवन समाप्त कर लेता है.