logo-image

आस मोहम्मद उर्फ समीर शर्मा का पीएफआई से था ताल्लुक, फंड लेकर गैर मुस्लिम से करता था शादी

ग्रेटर नोएडा के दादरी कोतवाली क्षेत्र के पल्ला गांव का निवासी आस मोहम्मद इस समय गाजियाबाद पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस के सामने उसने जो भी राज खोले हैं वो हैरान करने वाले हैं. पुलिस अब उसके सारे नेटवर्क की तलाश कर रही है. पुलिस पिछले 3 दिनों से दादरी के पल्ला गांव में आस मोहम्मद के घरवालों और उसके बारे में पूछताछ कर रही है. मिली जानकारी के मुताबिक आस मोहम्मद का संबंध पीएफआई से भी है, वह पीएफआई से फंड लेकर गैर मुस्लिम युवतियों से शादी करता था और साथ ही बीते दिनों दिल्ली में हुई जमात में इसका एक रिश्तेदार भी शामिल हुआ था. उस वक्त भी उसकी तलाश में पुलिस उसके घर तक पहुंची थी.

Updated on: 11 Oct 2022, 06:02 PM

नोएडा:

ग्रेटर नोएडा के दादरी कोतवाली क्षेत्र के पल्ला गांव का निवासी आस मोहम्मद इस समय गाजियाबाद पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस के सामने उसने जो भी राज खोले हैं वो हैरान करने वाले हैं. पुलिस अब उसके सारे नेटवर्क की तलाश कर रही है. पुलिस पिछले 3 दिनों से दादरी के पल्ला गांव में आस मोहम्मद के घरवालों और उसके बारे में पूछताछ कर रही है. मिली जानकारी के मुताबिक आस मोहम्मद का संबंध पीएफआई से भी है, वह पीएफआई से फंड लेकर गैर मुस्लिम युवतियों से शादी करता था और साथ ही बीते दिनों दिल्ली में हुई जमात में इसका एक रिश्तेदार भी शामिल हुआ था. उस वक्त भी उसकी तलाश में पुलिस उसके घर तक पहुंची थी.

आस मोहम्मद के बारे में जब पुलिस ने गांव के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि यह और उसके पिता पहले लोहार का काम करते थे. लेकिन कई सालों से इन्होंने यह काम बंद कर दिया और फिर भी उनके पास पैसे आ रहे थे. गांववालों के मुताबिक आस मोहम्मद ने तीन शादियां कर रखी थी. जिसमें पहली शादी नोएडा के मोरना गांव में हुई थी. उसके बाद एक और शादी की, जबकि तीसरी शादी उसने पड़ोस के गांव में एक लड़की से समीर शर्मा बनकर की.

दरअसल 3 अक्टूबर की गाजियाबाद पुलिस ने समीर शर्मा नाम के एक व्यक्ति को मसूरी में एक मंदिर से पिस्टल और चाकू के साथ गिरफ्तार किया था, उस पर आरोप था कि वो हिन्दू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज की हत्या करने आया था. तब पूछताछ में पता चला कि समीर शर्मा बनकर आया व्यक्ति ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना इलाके के पल्ला गांव का आस मोहमद है. जिसके बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी.

केन्द सरकार ने 28 सितम्बर आतंकी गतिविधियों शामिल पाए जाने के बाद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानि पीएफआई पर पांच साल के लिए बैन लगाया है.