logo-image

एक अनोखे प्रोफेसर, पेड़ों पर राखी बांधकर लेते हैं रक्षा का संकल्प

भाइयों की कलाइयों के जगह वृक्षों की शाखाएं है, रंग बिरंगी राखियों की बजाय खूबसूरत पुष्प है. क्योंकि राखी बांधने वाला कोई और नहीं बल्कि, प्रयागराज के ग्रीनमैन कहलाने वाले प्रोफेसर एन.बी.सिंह और उनकी टीम है. प्रोफेसर एन.बी. सिंह के नेतृत्व में ये खास

Updated on: 06 Aug 2022, 02:53 PM

नई दिल्ली :

भाइयों की कलाइयों के जगह वृक्षों की शाखाएं है, रंग बिरंगी राखियों की बजाय खूबसूरत पुष्प है. क्योंकि राखी बांधने वाला कोई और नहीं बल्कि, प्रयागराज के ग्रीनमैन कहलाने वाले प्रोफेसर एन.बी.सिंह और उनकी टीम है.  प्रोफेसर एन.बी. सिंह के नेतृत्व में ये खास रक्षा बंन्धन प्रयागराज में हर साल मनाया जाता है. जिसमें पेड़ पौधों और वृक्षों को राखी बांधकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया जाता है. प्रोफेसर साहब का कहना है कि पेड़ पौधों हैं तो हर तीज त्योहार है,  होली दीवाली रक्षा बंधन हैं और जब ये ही नही होंगे तो न हम होंगे न भाई बहन के प्रेम का ये खूबसूरत त्योहार होगा. प्रोफेसर कहते हैं कि जिस तरह से बहने भाई की कलाई पर बहनें राखी बांधती हैं और भाई उसकी सुरक्षा की गारंटी देता है. उसी प्रकार हमें पेड़ों की रक्षा के लिए भी संकल्प लेना चाहिये.

यह भी पढ़ें : e-shram scheme के 20 लाख कार्ड हुए रद्द, नहीं मिलेगा योजना का लाभ

प्रोफेसर और उनकी टीम ने पूरी परंपरा के साथ राखी का त्योहार मनाया. उन्होंने और उनकी टीम ने पहले वृक्षो को राखी बांधी, उनको तिलक चंदन लगाया और फिर आरती की. लेकिन बिना मिठाइयों के कहाँ कोई त्योहार पूरा होता है लिहाजा हरियाली गुरु ने वृक्षों को मिष्ठान का भोग भी लगाया. इस दौरान उनकी टीम के सदस्यों ने राखी का मधुर गीत भी गया. खास बात ये है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय कैम्पस में ये जो हरियाली दिखाई दे रही. सब हरियाली गुरु यानी प्रोफेसर  और उनकी टीम की ही देन है. दो दशकों में प्रोफेसर  ने कई किलोमीटर में फैले विश्वविद्यालय कैम्पस को हराभरा बना दिया. गुरुजी से प्रेरणा लेकर उनकी टीम के सदस्य जिसमें ज्यादातर उनके स्टूडेंट्स है उनके मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं. सभी स्टूडेंट्स का कहना है कि उनके लिए ये रखा बंधन सबसे खास है जो पूरी मानवता को रक्षा करने के मकसद से मनाया जा रहा है.

ग्रीनमैन उर्फ हरियाली गुरु अब तक प्रयागराज में एक लाख से अधिक पेड़ लगा चुके हैं. वो कहते हैं कि पेड़ लगाना आसान है उनकी रक्षा बेहद मुश्किल लिहाजा वो रक्षा बंधन के जरिये पेड़ों की रक्षा का संकल्प लेते है और लोगों को भी दिलाते हैं.