कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर आगरा प्राशासन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. आगरा में कुल मृतकों की संख्या 4 हुई. जिसमें 3 महिला और 1 पुरुष शामिल हैं. मंगलवार शाम आगरा के सिकंदरा क्षेत्र के रहने वाले 57 वर्षीय आदर्श राठौर की मौत हुई थी. मरीज आदर्श को 7 अप्रैल को एसएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पहली जांच में रिपोर्ट निगेटिव आई थी. कल यानी मंगलवार को दोबारा जांच हुई. जिसकी रिपोर्ट देर रात आई. दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई.
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प्रशासन लापरवाही करते हुए रिपोर्ट आने से पहले ही परिजनों को डेड बॉडी सौंप दी. परिजनों को कोरोना पॉजिटिव की जानकारी न होने के चलते सभी रिश्तेदार भारी संख्या में अंतिम संस्कार में शामिल हुए. देर रात 9 बजे प्रशासन ने रिपोर्ट से अवगत कराया. अब पूरे घर-परिवार और क्षेत्र में खलबली मच गई है. अब बड़ा सवाल यह है कि दुसरीं रिपोर्ट आने से पहले परिजनों को क्यों बॉडी सौंपी गई.
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वहीं नोएडा में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. एक और नया मामला सामने आने के बाद यहां मरीजों की संख्या 80 हो गई है. इन में 56 का अभी भी अस्पतालों में इलाज चल रहा है. नोएडा में मंगलवार को एक और कोरोना से संक्रमित व्यक्ति पाया गया है. इसकी जांच ग्रेटर नोएडा के जिम्स में बनी नई जांच प्रणाली से पता चला है. फिलहाल उसका इलाज चल रहा है. मंगलवार को 10 मरीजों के स्वस्थ होने पर उन्हें घर भेज दिया गया. इस तरह अब तक 25 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. वहीं सूचना अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी कि लखनऊ से गौतमबुद्ध नगर को लेकर जो प्रेस रिलीज जारी की गई थी जिसमें गौतमबुद्धनगर में कोरोना से संक्रमित 84 मरीज बताया गया था वह गलती से हो गया है और हमने सुधार के लिए उन्हें सूचित कर दिया है.