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होमगार्डों के फर्जी हस्ताक्षर करके हर महीने हुआ 8 लाख का घोटाला, कई और जिलो में होगी जांच

पुलिस विभाग में होमगार्डों की फर्जी हाजिरी लगाकर करोड़ों रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ है. गौतमबुद्धनगर के एसपी सिटी द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ है कि शहर क्षेत्र के कई थानों में होमगार्ड 50 फीसदी फर्जी हाजिरी लगाकर प्रदेश सरकार के करोड़ों रुपये की चपत लगा रहे हैं.

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Yogendra Mishra
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होमगार्ड घोटाला से जुड़ी बड़ी खबर, प्लाटून कमांडर ने ही लगाई थी दस्तावेजों में आग

होमगार्ड्स।( Photo Credit : फाइल फोटो)

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पुलिस विभाग में होमगार्डों की फर्जी हाजिरी (Fake Signature) लगाकर करोड़ों रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ है. गौतमबुद्धनगर के एसपी सिटी द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ है कि शहर क्षेत्र के कई थानों में होमगार्ड 50 फीसदी फर्जी हाजिरी लगाकर प्रदेश सरकार के करोड़ों रुपये की चपत लगा रहे हैं. इस मामले के प्रकाश में आने के बाद होमगार्ड महानिदेशक ने जांच के लिए कमेटी गठित कर दिया है. एसएसपी वैभव कृष्ण को शिकायत मिली थी कि जिले में होमगार्डों की फर्जी हाजिरी लगाकर घपला किया जा रहा है.

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कई थानों में कुछ होमगार्ड ड्यूटी पर नहीं आते, लेकिन होमगार्ड विभाग के अधिकारी थानों में उनकी उपस्थिति दिखाकर उनका वेतन निकाल लेते हैं. SSP ने इस मामले की जांच एसपी सिटी विनीत जायसवाल को सौंपी है. एसपी सिटी की जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जांच में सामने आया है कि जिले में बड़े स्तर पर होमगार्डों की फर्जी हाजिरी लगाकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया.

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जिला पुलिस ने मामले की तह तक जाने के लिए 2019 मई व जून माह में विभिन्न थानों में होमगार्डों की हाजिरी की जांच की. जांच में खुलासा हुआ कि इन दो महीनों में ही फर्जी हाजिरी लगाकर सरकार को 8 लाख रुपये का चूना लगाया गया. जिला पुलिस ने जांच के बाद शासन को पत्र लिखकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर दी है. इस मामले की जांच के लिए सरकार ने एक समिति बनाई है. इस घोटाले में शामिल 7 पुलिस अधिकारियों के नाम भी शासन को दिए गए हैं.

एक्शन मोड में डीजीपी

होमगार्डों के इस घोटाले में डीजीपी ओपी सिंह ने भी सख्त रुख अख्तियार किया है. न्यूज स्टेट से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि इस घोटाले में दोषियों को नहीं छोड़ा जाएगा. अगर ऐसा लगता है कि किसी अन्य जिले में भी ऐसा घोटाला हुआ है तो उसकी जांच भी कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो होमगार्डों की हाजिरी के लिए एप भी बनवाया जाएगा. 

डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि एसएसपी नोएडा को होमगार्डों की संख्या में हेराफेरी की शिकायत मिली थी. जिसके बाद मई-जून के महीने में सैंपल सर्वे करवाया गया जो कि अनौपचारिक था. इस जांच में पता चला कि कई थानों में होमगार्डों की संख्या बढ़ा कर लिखी गई थी.

उनके फर्जी हस्ताक्षर बनाए गए. डीजीपी ने यह अंदेशा जताया कि ऐसा इस लिए किया गया होगा ताकि फर्जी तरीके से उनकी सैलरी निकाली जा सके. इस मामले में एसएसपी नोएडा को आईपीसी की धारा 420 में मुकदमा दर्ज करने को कहा गया है.

आगरा में होगी जांच

नोएडा के बाद आगरा एसएसपी हरकत में आ गए हैं. होमगार्ड के वेतन में घोटाले के मामले में वह जांच कराएंगे. तीन एडिशनल एसपी एसएसपी आगरा के आदेश पर करेंगे जांच. आगरा में तैनात तकरीबन 1500 होमगार्ड की ड्यूटी और उनके वेतन के मामले में जांच होगी

Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो

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