Greater Noida 74 Factory Shutting Down: 13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया जाना है. इसे लेकर योगी आदित्यनाथ की सरकार लगातार बैठकें कर रही है और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं. वहीं, अब महाकुंभ के दौरान गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बड़ा फैसला करते हुए कुल 543 फैक्ट्रियों को 24 दिनों तक बंद रखने का फैसला किया है. यानी कि 11 जिलों की कुल 543 फैक्ट्रियां बंद रहेंगी. इन फैक्ट्रियों को महाकुंभ के विशेष स्नान से पहले बंद कर दिया जाएगा.
11 जिलों के 543 फैक्ट्रियों पर लगेगा ताला
फिलहाल फैक्ट्रियों को बंद करने को लेकर रोस्टर बनाया जा रहा है. बता दें कि महाकुंभ 13 जनवरी, 2025 से शुरू होकर 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा. इन जिलों में वेस्ट यूपी की फैक्ट्रियों को शामिल किया गया है. मेरठ, हापुड़, बिजनौर, गाजियाबाद, अमरोहा, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, ग्रेटर नोएडा, बुलंदशहर, बागपत, शामली शामिल है. एक रिपोर्ट की मानें तो इन जिलों से निकलने वाली गंगा करीब-करीब 9 दिनों में प्रयागराज पहुंचती है. महाकुंभ के दौरान गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए काफी प्रयास किया जा रहा है. जिसकी वजह से यह फैसला लिया गया है.
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ग्रेटर नोएडा की 74 फैक्ट्रियां हो रही है बंद
इसके साथ ही यूपीपीसीबी और सीसीबी की टीम इन फैक्ट्रियों पर नजर बनाए रखेगी और इस दौरान अगर कोई भी कंपनी दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करती है तो फैक्ट्री पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. इसे लेकर कंपनियों को सख्त निर्देश दिए जा चुके हैं. जिन फैक्ट्रियों को 24 दिनों के लिए बंद किया जा रहा है, उसमें ग्रेटर नोएडा के 74 फैक्ट्री शामिल है. दरअसल, इन फैक्ट्रियों से रंगीन और गंदा पानी निकलता है. जो गंगा को प्रदूषित कर रही है. इसे ध्यान में रखते हुए 543 फैक्ट्रियों को बंद रखने का फैसला लिया गया है.
महाकुंभ की वजह से लिया गया फैसला
बता दें कि इस बार महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है. महाकुंभ को देखते हुए चार महीने के लिए महाकुंभ मेला नाम का जिला भी बनाया गया है. इसके अंदर 67 गांव और चार तहसील होंगे. महाकुंभ मेला 4 लाख वर्ग मीटर जमीन पर आयोजित किया जा रहा है.