दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजन धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर 50 लोगों की लौटने की खबर मिलते ही जौनपुर जिले में हड़कंप मच गया. जिला प्रशासन ने आनन फानन में सभी को शिया कालेज में कोरेंटाइन(Quarantine) में रखने के बाद इन लोगो की जन्मकुण्डली खंगालने जिम्मा सीआरओ और सीडीओ को सौंप दिया गया हैं ये दोनों अधिकारी तेजी से अपने काम में लग गये है. दक्षिण दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में पिछले दिनों आयोजित हुए तबलीगी जमात में शामिल 24 लोग कोरोनावायरस (Corona Virus) से संक्रमित होने की खबर मिलने के बाद देश में हड़कंप मच गया है.
आपको बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दी इलाके में हुए इस धार्मिक कार्यक्रम में मलेशिया, अफगानिस्तान, म्यांमार, थाईलैंड, श्रीलंका समेत देश के सभी राज्यों से लोग शामिल हुए थे. पूरे देश में लॉकडाउन होने के बाद से दिल्ली में घर के लिए पलायन करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी ये वो मजदूर थे जो कि डेली वेजेज पर दिल्ली की फैक्ट्रियों में काम करते थे. जब ये मजदूर पलायन के लिए दिल्ली की सड़कों पर निकले तो सरकार के माथे पर भी लकीरें दिखाई देने लगीं. इन्हीं मजदूरों की भीड़ में शामिल हो कर ये 50 जमाती जौनपुर पहुंचे थे.
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जौनपुर के शिया कॉलेज में कोरेंटाइन किए गए जमाती
यूपी सरकार के सख्त निर्देशों के बाद इसमें शामिल होने वाले की तलाश करने का काम शुरू हो गया है. जौनपुर के डीएम दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि दो दिन पहले दिल्ली और नोएडा से बस द्वारा लाये लोगों की जब जांच पड़ताल की गई तो इस दौरान इस बात का पता चला कि उसमें पचास लोग ऐसे भी जौनपुर पहुंचे हैं जो कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीग जमात में शामिल होकर लौटे हैं. इन लोगो को शिया कालेज में क्वारंटाइन रखा गया है. उनके स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है साथ इन लोगों का पता, ठिकाना और दिल्ली कब गये वहां से कहा कहा गये समेत अन्य बिन्दुओं की जांच मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिला अधिकारी भू एवं राजस्व से जांच करायी जा रही है.
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खंगाली जा रही है इन जमातियों की यात्रा डीटेल्स
दिल्ली के तबलीग जमात से लौटे इन 50 लोगों के यात्रा के विवरण खंगाले जा रहे हैं कि, ये लोग जमात से निकलने के बाद कब और कहां गए? इस दौरान ये दिल्ली से जौनपुर आने के के बीच ये लोग कहां-कहां गए? क्या इस दौरान ये लोग भीड़ भाड़ वाली जगहों पर भी गए थे या फिर सीधे जौनपुर पहुंचे? अगर ये लोग आंनद विहार या फिर लालकुआं की पलायन करने वाली भीड़ में तो शामिल नहीं हुए थे अगर ऐसा तब तो ये मामला बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है. अगर इसमें एक भी पॉजिटिव हुआ तो ना जाने कितनों को संक्रमण फैलाया होगा.