उत्तर प्रदेश समेत पूरा उत्तर भारत इस वक्त शीतलहर की चपेट में है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ठंड के प्रकोप के कारण पिछले तीन दिनों में 38 लोगों की मौत हो गई है. अकेले कानपुर में 14 लोगों ने इस वजह से जान गंवाई है. हालांकि राज्य सरकार ने इसे लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है. राजधानी लखनऊ में सुबह का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक इससे पहले 1997 में दिसंबर के महीने इतनी लंबी शीतलहर चली थी.
यह भी पढ़ें- CAA प्रदर्शन के दौरान सिपाही को पीट रही थी भीड़, हाजी कदीर पहुंचे और फिर...
मौसम विभाग के मुताबिक ठंड से राहत मिलने के कोई आसार फिलहाल नहीं दिख रहे हैं. ठंड से हर कोई परेशान है, लेकिन उन लोगों की परेशानी सबसे ज्यादा बढ़ी हुई है जो लोग बेघर हैं. रैन बसेरों की कमी और अलाव की समुचित व्यवस्था न होने के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं. इस मुद्दे पर कोई भी अधिकारी कुछ नहीं बोल रहे हैं.
यह भी पढ़ें- जुमे की नमाज से पहले CAA पर योगी सरकार अलर्ट, बुलंदशहर समेत 14 जिलों में इंटरनेट बंद
वहीं कांग्रेस ने इसी मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं है. तंज के साथ उन्होंने कहा कि BJP ने कहीं भी अलाव नहीं जलवाया है लेकिन CAA और NRC को लेकर देश में आग जरूर लगा दी है.
यह भी पढ़ें- यूपी में कल होने वाली पुलिस-सिपाही भर्ती परीक्षा कैंसिल, जानें अगली तारीख
कड़ाके की ठंड को देखते हुए सरकार ने राज्य में कई जिलों में स्कूलों को 28 दिसंबर तक बंद कर दिया है. गाजियाबाद, मेरठ, बिजनौर, सहारनपुर, रायबरेली, कौशांबी, बरेली समेत अन्य जिलों में स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं.
Source : News Nation Bureau