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तेलंगाना ने निजी अस्पतालों को 18 प्लस के लोगों को टीकाकरण की अनुमति दी

तेलंगाना सरकार (Telangana Government) ने मंगलवार को राज्य के सभी नामित निजी अस्पतालों को 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोविड (Covid Vaccine) के टीके लगाने की अनुमति दे दी.

Updated on: 25 May 2021, 06:38 PM

हैदराबाद:

तेलंगाना सरकार (Telangana Government) ने मंगलवार को राज्य के सभी नामित निजी अस्पतालों को 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोविड (Covid Vaccine) के टीके लगाने की अनुमति दे दी. निजी अस्पताल, जिन्हें तेलंगाना में निजी कोविड टीकाकरण केंद्र (पीसीवीसी) नामित किया गया है, अब पात्र व्यक्तियों को कोविड वैक्सीन की खुराक दे सकते हैं. सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ जी श्रीनिवास राव ने मंगलवार को पीसीवीसी के रूप में नामित निजी अस्पतालों को टीकाकरण करने की अनुमति देने के आदेश जारी किया. वे कार्यस्थलों पर या संस्थानों/कंपनियों/गेटेड समुदायों आदि द्वारा किए गए अनुरोध पर भी टीकाकरण कर सकते हैं.

हालांकि, व्यक्तियों को कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। पीसीवीसी को कोविड टीकाकरण दिशानिर्देशों का पालन करना होगा.1 मई को देश भर में 18 से 44 वर्ष के बीच के लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया गया था। हालांकि, तेलंगाना सरकार ने टीकों की कमी के कारण इस समूह के लिए रोलआउट को रोक दिया था. केंद्र से स्टॉक ना मिलने के कारण, राज्य ने इस महीने की शुरूआत से केवल 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के उन लाभार्थियों को टीकाकरण सीमित कर दिया है, जिन्हें दूसरी खुराक दी जानी थी. वैक्सीन की कमी ने अधिकारियों को दूसरी खुराक को भी स्थगित करने के लिए मजबूर कर दिया। 10 दिन के अंतराल के बाद मंगलवार को फिर से प्रक्रिया शुरू हुई है.

मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने पिछले महीने राज्य में सभी पात्र लाभार्थियों के लिए मुफ्त कोविड टीकाकरण की घोषणा की थी। इससे राज्य के खजाने पर 2,500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि राज्य की आबादी लगभग 4 करोड़ है, जिसमें विभिन्न राज्यों के लोग शामिल हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में काम करने आए हैं. राज्य में 56 लाख से अधिक लोगों को पहले ही टीका लगाया जा चुका है. 18-44 आयु वर्ग में राज्य की आबादी 1.72 करोड़ है और इसे कार्यक्रम को पूरा करने के लिए लगभग 3.6 करोड़ वैक्सीन की खुराक की आवश्यकता है. अधिकारियों का कहना है कि तेलंगाना में 10 लाख लोगों की रोजाना टीकाकरण क्षमता है, लेकिन केंद्र से पर्याप्त आपूर्ति की कमी टीकाकरण में बाधा बन रही है.