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डीके शिवकुमार से तिहाड़ जेल में मिलने पहुंची कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी

इससे पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी मंगलवार को डीके शिवकुमार से मुलाकत की थी

Updated on: 23 Oct 2019, 09:03 AM

नई दिल्ली:

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी आज यानी बुधवार को पार्टी नेता और कर्नाटक के पूर्व मंत्री डी.के. शिवकुमार से तिहाड़ जेल में मिलने पहुंची गै. सोनिया के साथ इस दौरान कर्नाटक के प्रभारी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल भी हो सकते हैं. शिवकुमार को ईडी ने धनशोधन के एक मामले में तीन सितंबर को गिरफ्तार किया था. उनकी जमानत याचिका अदालत में लंबित है और ईडी की जांच जारी है. पिछले महीने सोनिया और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम से तिहाड़ में मुलाकात की थी.

इससे पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी मंगलवार को डीके शिवकुमार से मुलाकत की थी. मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था, राजनीतिक और व्यक्तिगत मसले अलग-अलग हैं. इसके साथ कुमारस्वामी ने ये भी कहा था कि फिलहाल शिवकुमार राजनीतिक प्रतिशोध का सामना कर रहे हैं और मां यहां उनका हौंसला बढ़ाने आया हूं. उन्होंने कहा था, शिवकुनार मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं और हम सब मिलकर लड़ेंगे. 

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बता दें, कर्नाटक के पूर्व मंत्री शिवकुमार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में तीन सितंबर को गिरफ्तार किया था. वहीं, दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 15 अक्टूबर को कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार की न्यायिक हिरासत को 25 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया था. इससे पहेल 25 सितंबर को उनकी जमानत याचिका भी खारिज कर दी गई थी. बता दें कि यह वही डीके शिवकुमार हैं, जो समय-समय पर कांग्रेस के लिए संकटमोचक की भूमिका निभाते रहे हैं. डीके के नाम से मशहूर शिवकुमार को रिजॉर्ट पॉलिटिक्स का जनक भी कहा जाता है.

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कांग्रेस में शिवकुमार का कद उस समय और बढ़ गया था जब इसी साल मई में गठबंधन सरकार बनाने के समय कांग्रेस-जेडीएस का समझौता बना रहा. उन्‍होंने न केवल गठबंधन बचाया बल्कि बीजेपी से अपने विधायकों को भी बचाया. शिवकुमार के साथ काम करने वाले कांग्रेस के चुनाव प्रचार कमिटी के महासचिव रहे मिलिंद धर्मसेना के मुताबिक, जिस क्षेत्र की जिम्‍मेदारी उन्‍हें (डीके शिवकुमार) मिलती है, उसके लिए वह जमकर होमवर्क करते हैं. शिवकुमार पार्टी की ताकत और कमजोरी को समझते हैं और इसके बाद जिम्‍मेदारी बांटते हैं.