logo-image

Collage में 'गैस लीक' होने से 30 विद्यार्थी बीमार, बताई गई ये वजह

30 students hospitalised after gas leak: तेलंगाना के कस्तूरबा गांधी कॉलेज में कथित रूप से 'गैस लीक' की वजह से दो दर्जन से अधिक विद्यार्थियों की हालत खराब हो गई. सभी विद्यार्थियों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है.

Updated on: 18 Nov 2022, 06:54 PM

highlights

  • तेलंगाना के सिकंदराबाद में बड़ा हादसा टला
  • गैस की चपेट में आए दो दर्जन से अधिक विद्यार्थी
  • सभी विद्यार्थी अब खतरे से बाहर

सिकंदराबाद:

30 students hospitalised after gas leak: तेलंगाना के कस्तूरबा गांधी कॉलेज में कथित रूप से 'गैस लीक' की वजह से दो दर्जन से अधिक विद्यार्थियों की हालत खराब हो गई. सभी विद्यार्थियों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. ये मामला सिकंदराबाद के कस्तूरबा गांधी कॉलेज का है. हालांकि सभी विद्यार्थी अब खतरे से बाहर हैं. इस बीच पूरे मामले की जांच के बाद कॉलेज प्रशासन ने कहा है कि ये गैस लीक कांड नहीं है. बल्कि कॉलेज के बगल पड़े कूड़े से उठे धुएं की वजह से ऐसा हुआ. लेकिन सवाल काफी खड़े हो रहे हैं कि कॉलेज के पास पड़े कूड़े में ऐसा क्या था, जिससे निकली गैस की वजह से दो दर्जन से ज्यादा विद्यार्थियों की हालत खराब हो गई. 

दोपहर लंच के समय हुआ हादसा

कस्तूरबा गांधी कॉलेज में ये हादसा करीब 1.45 से 2.15 बजे दिन में हुआ है. जब सभी विद्यार्थी अपना लंच खत्म कर रहे थे. अचानक कई छात्र चक्कर खाकर गिर पड़े, तो कईयों को उल्टियां होने लगी. कुछ छात्र-छात्राओं ने अपने होश खो दिये, जिसके बाद पूरे कॉलेज में भगदड़ की स्थिति बन गई. इसके बाद मौके पर पहुंची हैदराबाद सिटी पुलिस ने पूरे कॉलेज की जांच की.

कूड़ेदान में जहरीला कूड़ा कहां से आया?

कॉलेज प्रशासन ने कहा कि करीब 2 घंटे की सघन जांच के बाद साफ हो गया कि हादसे के समय कोई लैब सक्रिय नहीं थी. न ही कॉलेज के किसी लैब के अंदर ही कुछ लीक हुआ है. कॉलेज प्रशासन ने कहा है कि कॉलेज के पीछे की तरफ डंपयार्ड यानी कूड़ा फेंकने की जगह है. वहीं से अचानक जहरीली हवा कॉलेज में आई, और इसकी चपेट में आने से विद्यार्थियों की हालत बिगड़ गई. सवाल ये है कि उस कूड़ेदान में किस तरह का जहरीला कूड़ा पड़ा है? और उसे वहां फेंकने की अनुमति किसने दी? अब ये तो पुलिस और विशेषज्ञों की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि वहां किस तरह का कूड़ा था. कहीं ये अस्पताल से निकला जैविक कूड़ा तो नहीं था?