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इस राज्य में सोमवार से खुलेंगे स्कूल, ऑनलाइन पढ़ाई का भी दिया विकल्प

इस बीच छात्रों, शिक्षकों और स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे सुरक्षित वातावरण में कक्षाएं संचालित करने के लिए सभी कोरोना दिशा-निर्देश का सख्ती से पालन करें.

Updated on: 20 Sep 2020, 06:38 PM

नई दिल्‍ली:

आंध्र प्रदेश में राज्य सरकार ने सोमवार से कक्षी 9वीं से कक्षा 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी है. इसके साथ ही छात्रों को व्यक्तिगत तौर पर स्कूल आने या ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने का विकल्प दिया है. एक अधिकारी ने कहा, सोमवार से स्कूल फिर से शुरू होंगे. 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्र अपनी इच्छा के अनुसार, चाहें तो नियमित कक्षाओं में आ सकते हैं या ऑनलाइन तौर पर कक्षाओं से जुड़ सकते हैं.

अनलॉक 4.0 में केंद्र सरकार ने स्कूलों को सोमवार से कक्षा 9वीं और उससे ऊपर की कक्षाओं को फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी है. हालांकि छात्रों को व्यक्तिगत रूप से कक्षाओं में आना है या ऑनलाइन जुड़ना है, इसके लिए उनके निर्णय को लेकर अभिभावकों को लिखित में अपनी सहमति देनी होगी. इस बीच छात्रों, शिक्षकों और स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे सुरक्षित वातावरण में कक्षाएं संचालित करने के लिए सभी कोरोना दिशा-निर्देश का सख्ती से पालन करें.

स्वेच्छा से जाएंगे छात्र
स्कूलों में 21 सितंबर के बाद सिर्फ 9-12वीं के छात्रों को शिक्षक से सलाह लेने के लिए स्वेच्छा से जाने की अनुमति दी गई है. इसके लिए अभिभावकों की लिखित अनुमति होनी चाहिए. 50 फीसदी शिक्षकों एवं अन्य स्टाफ को स्कूलों में जाने की अनुमति दी गई है. बीमार कार्मिकों एवं गर्भवती महिला कार्मिकों को जाने की मनाही है. इस दौरान यदि कुछ छात्र चाहें तो वहां बैठकर भी पढ़ सकते हैं. स्वेच्छा से पढ़ने के इच्छुक छात्रों को शिक्षक अलग-अलग टाइम स्लाट दे सकते हैं. हालांकि, छात्रों, शिक्षकों के बीच नोटबुक, पेन, पेंसिल आदि की शेयरिंग नहीं की जाएगी.

स्कूल में प्रार्थना नहीं
फिलहाल स्कूलों में प्रार्थनाएं, खेलकूद आदि कार्यक्रम नहीं होंगे. स्कूल-कॉलेजों में स्वीमिंग पूल को भी खोलने की इजाजत नहीं दी गई है. एसी को लेकर पूर्व के नियम रहेंगे जो 24-30 डिग्री के बीच रहेगा। कमरों में वेंटिलेशन होना चाहिए. आरोग्य सेतु एप की बाबत कहा गया है कि जहां तक संभव हो सके, यह फोन में होना चाहिए. कंटेनमेंट जोन के बाहर स्थित स्कूल और शिक्षण संस्थानों को ही खुलने की अनुमति होगी. सभी संस्थानों में एक आइसोलेशन रूम भी बनाना होगा, जहां जरूरत पड़ने पर संभावित मरीज को रखा जा सके.