आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में एक कॉलेज प्रशासन द्वारा लांग कुर्ती को लेकर जारी आदेश के बाद बवाल खड़ा हो गया है. हैदाराबाद के सेंट फ्रांसिस वुमन कॉलेज की छात्राओं ने सोमवार को बड़ा विरोध प्रदर्शन किया. इससे कॉलेज में अफरा-तफरी के हालात बने रहे. कॉलेज प्रबंधन ने छात्राओं को घुटने की लंबाई से नीचे कुर्तियां पहनने का आदेश दिया है, जबकि शॉर्ट्स, स्लीवलेस या इसी तरह के अन्य कपड़े परिसर में प्रतिबंधित कर दिए गए हैं. सोमवार को छात्राएं इसी आदेश के खिलाफ आगे आ गईं और कॉलेज परिसर में जमकर प्रदर्शन किया.
बताया जा रहा है कि छात्राओं की कुर्ती की लंबाई नापने के लिए कॉलेज ने बाकायदा एक महिला सिक्योरिटी गार्ड को भी हायर कर रखा है. वह छात्राओं के आईडी कार्ड की जांच करती हैं और उनकी कुर्तियां की लंबाई भी चेक करती हैं.
कॉलेज प्रशासन ने यह ड्रेस कोड 1 अगस्त से लागू किया है. इसी आदेश के खिलाफ छात्राएं उतर आई हैं. आदेश का पालन न करने वाली छात्राओं को क्लास में नहीं आने दिया जा रहा है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें महिला सुरक्षा गार्ड छात्राओं की कुर्ती की लंबाई जांच रही हैं.
छात्राओं का कहना है कि चारों ओर महिला सशक्तीकरण के बारे में बात की जा रही है, तो इस तरह का फरमान जारी करना अभियान के खिलाफ है. कॉलेज की एक पूर्व छात्रा ने नए ड्रेस कोड को लेकर सोशल मीडिया पर एक और वीडियो शेयर किया है, जिसमें कहा गया है कि छात्राओं के लिए मिड सेशन में नया ड्रेस कोड लाया गया है. शिक्षकों का कहना है कि लंबे कपड़े पहनने से शादी के लिए अच्छे रिश्ते मिलेंगे.
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फेसबुक पोस्ट में कहा गया है कि कॉलेज के अफसरों ने छात्राओं से कहा है कि इस आदेश के खिलाफ आवाज उठाना ठीक नहीं है. पूर्व छात्रा ने कहा कि जो भी छात्राएं नए नियम का पालन नहीं कर रही हैं उन्हें कॉलेज के बाहर खड़ा कर दिया जाता है, जिसकी वजह से वह क्लास नहीं कर पा रही हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो