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पवन कल्याण और पीएम मोदी के मुलाकात की संभावना

टॉलीवुड अभिनेता और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रवार की रात मुलाकात करने की संभावना है. पवन कल्याण दिन में बाद में बंदरगाह शहर पहुंचेंगे और रात करीब साढ़े आठ बजे प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे. जन सेना के सूत्रों के मुताबिक, बैठक उस होटल में होगी, जहां मोदी ठहरेंगे. जन सेना की राजनीतिक मामलों की समिति के अध्यक्ष एन. मनोहर के भी बैठक के दौरान पवन कल्याण के साथ जाने की संभावना है. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से मिली जानकारी के अनुसार बैठक तय की गई है.

Updated on: 11 Nov 2022, 05:09 PM

विशाखापत्तनम:

टॉलीवुड अभिनेता और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रवार की रात मुलाकात करने की संभावना है. पवन कल्याण दिन में बाद में बंदरगाह शहर पहुंचेंगे और रात करीब साढ़े आठ बजे प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे. जन सेना के सूत्रों के मुताबिक, बैठक उस होटल में होगी, जहां मोदी ठहरेंगे. जन सेना की राजनीतिक मामलों की समिति के अध्यक्ष एन. मनोहर के भी बैठक के दौरान पवन कल्याण के साथ जाने की संभावना है. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से मिली जानकारी के अनुसार बैठक तय की गई है.

यह आंध्र प्रदेश की राजनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा. क्योंकि भाजपा के सहयोगी पवन कल्याण 2024 के चुनावों में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) को लेने के लिए विपक्ष का एक महागठबंधन बनाने के इच्छुक हैं. मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के आलोचक अभिनेता ने कुछ महीने पहले कहा था कि वह वाईएसआरसीपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए बीजेपी के रोडमैप का इंतजार कर रहे हैं.

अगले चुनावों में वाईएसआरसीपी विरोधी वोटों के विभाजन को रोकने के लिए पवन कल्याण की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) को सहयोगी के रूप में रखने की इच्छा के मद्देनजर यह बैठक महत्वपूर्ण होगी. पवन कल्याण ने 2014 के विधानसभा और लोकसभा चुनावों में तेदेपा-भाजपा गठबंधन का समर्थन किया था.

जन सेना ने चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन अभिनेता-राजनेता ने गठबंधन के लिए प्रचार किया था और मोदी और तेदेपा नेता एन. चंद्रबाबू नायडू के साथ कुछ जनसभाओं को संबोधित किया था. जन सेना ने बाद में 2014 में राज्य के विभाजन के समय आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देने के लिए भाजपा और तेदेपा दोनों के साथ संबंध तोड़ लिया था.

2019 में, जन सेना ने वाम दलों और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था, लेकिन उसने 175 सदस्यीय विधानसभा में सिर्फ एक सीट जीती थी, जिसमें पवन कल्याण खुद दोनों सीटों पर हार गए थे. 2020 में, जन सेना और भाजपा अपने गठबंधन को पुनर्जीवित करने के लिए सहमत हुए. हालांकि, उन्होंने अभी तक लोगों के मुद्दों पर कोई संयुक्त कार्यक्रम नहीं किया है.

राज्य के भाजपा नेता भी टीडीपी के साथ गठबंधन को पुनर्जीवित करने के पवन कल्याण के सुझाव के समर्थन में नहीं हैं. प्रधानमंत्री शनिवार को विशाखापत्तनम में विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. वह एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जिसमें मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के भाग लेने की संभावना है.

पवन कल्याण को जनसभा में आमंत्रित किया जाएगा या नहीं, इसे लेकर पिछले कुछ दिनों से कयास लगाए जा रहे हैं. इस पर प्रदेश भाजपा के नेता चुप्पी साधे हुए हैं.