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आंध्र प्रदेश में जिलेटिन स्टिक विस्फोट में नौ की मौत

जिलेटिन की छड़ों में हुए विस्फोट में कम से कम नौ श्रमिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए, यह घटना कलासापडू मंडल में मामिलपल्ले गांव के पास हुई

Updated on: 08 May 2021, 02:28 PM

highlights

  • टना कलासापडू मंडल में मामिलपल्ले गांव के पास हुई
  • मजदूर चूना पत्थर की खदान में एक वाहन से जिलेटिन की छड़ें उतार रहे थे
  • विस्फोट में कई निर्दोष श्रमिकों की मौत पर गहरा आघात और दुख व्यक्त किया

अमरावती:

आंध्र प्रदेश के कडपा जिले में शनिवार को जिलेटिन की छड़ों में हुए विस्फोट में कम से कम नौ श्रमिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए. यह घटना कलासापडू मंडल में मामिलपल्ले गांव के पास हुई जब मजदूर चूना पत्थर की खदान में एक वाहन से जिलेटिन की छड़ें उतार रहे थे. विस्फोट का ऐसा असर हुआ कि मृतक के शरीर के अंग उड़ गए और वाहन पूरी तरह जल गया. कलासापदु और पुलिवेंदुला मंडलों से आए श्रमिक खदान में चट्टानों को नष्ट करने के लिए जिलेटिन की छड़ें ले जा रहे थे. पुलिस ने मौके पर जाकर शवों को शव परीक्षण के लिए स्थानांतरित कर दिया. उन्होंने जांच शुरू की और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैें कि क्या खदानों में विस्फोटक करने इस्तेमाल करने का लाइसेंस था. मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने विस्फोट में हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों से घटना और इसके कारणों की जानकारी ली. टीडीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने भी विस्फोट में कई निर्दोष श्रमिकों की मौत पर गहरा आघात और दुख व्यक्त किया.

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उन्होंने मांग की कि सरकार सभी को मदद का विस्तार करे और विजाग में एलजी पॉलिमर के साथ मृतक के परिजनों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा करे. यहां एक बयान में, टीडीपी प्रमुख ने विस्फोट में घायल हुए सभी लोगों को बेहतर चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि सरकार को तुरंत बचाव और राहत अभियान शुरू करना चाहिए. शासकों को लोगों को यह समझाना चाहिए कि उन्होंने खनन कार्यों की अनुमति उस समय क्यों दी जब कोरोनावायरस के प्रसार की जांच के लिए पूरे राज्य में 18 घंटे का कर्फ्यू लगा हुआ था.