Advertisment

Karnataka : कर्नाटक कांग्रेस में पावर शेयरिंग को लेकर छिड़ा विवाद, जानें क्या बोले डीके शिवकुमार

Karnataka : कर्नाटक में शानदार जीत और पूर्व बहुमत के बाद कांग्रेस की सरकार बन गई है. सिद्धारमैया दूसरी बार मुख्यमंत्री बन गए, जबकि डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम पद के लिए मान गए.

author-image
Deepak Pandey
एडिट
New Update
DK Shivakumar

डीके शिवकुमार( Photo Credit : File Photo)

Advertisment

Karnataka : कर्नाटक में शानदार जीत और पूर्व बहुमत के बाद कांग्रेस की सरकार बन गई है. सिद्धारमैया दूसरी बार मुख्यमंत्री बन गए, जबकि डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम पद के लिए मान गए. बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच पावर शेयरिंग को लेकर कुछ सहमति बनी है. इस बीच कांग्रेस का लिंगायत चेहरा और कैबिनेट मंत्री एमबी पाटिल ने बयान देकर आग में घी डालने का काम कर दिया, जिस पर शिवकुमार के छोटे भाई और सांसद डी.के. सुरेश ने पलटवार किया. इन दोनों के बयान पर डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार का बयान सामने आया है.  

एमबी पाटिल और डीके सुरेश के बीच विवाद की खबरों पर कर्नाटक के डिप्टी डीके शिवकुमार ने दिल्ली में पत्रकारों को कहा कि उनकी अपनी राय हो सकती है. मैं कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर कह रहा हूं कि पार्टी में कोई आंतरिक विवाद नहीं है. पार्टी नेतृत्व से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे डीकेएस ने कहा कि हम राज्य के हित में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए यहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे. हमें अपना मंत्रिमंडल भी जल्द पूरा करना है. हमें कर्नाटक के लोगों से किए गए वादों को पूरा करना है.

यह भी पढ़ें : Rajasthan: बीकानेर में वायुसेना के 2 हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, जानें क्या है वजह

एमबी पाटिल ने कहा कि पावर शेयरिंग को लेकर सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच कोई समझौता नहीं हुआ है, सत्ता साझा का कोई भी फॉर्मूला तय नहीं किया गया है. सिद्धारमैया ही पूरे पांच साल तक सीएम रहेंगे. इस पर बेंगलुरु ग्रामीण से कांग्रेस के सांसद और शिवकुमार के छोटे भाई डीके सुरेश ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें (एमबी पाटिल) अपने कार्य पर ध्यान देना चाहिए. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में दोनों के बीच इस तरह बयानबाजी हुआ था. इस पर सिद्धारमैया ने हस्तक्षेप करके दोनों नेताओं को शांत कराया था. 

DK Shivakumar Karnataka siddaramaiah Karnataka Congress power sharing in Karnataka Controversy over power sharing Karnataka election
Advertisment
Advertisment