कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के 15 बागी विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ली.
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बता दें, इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा कर्नाटक के 17 बागी विधायकों पर फैसला देने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली में बैठक की. सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के बागी विधायकों की अयोग्यता को बरकरार रखी थी, लेकिन उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दे दी थी. शाह द्वारा आयोजित बैठक में कर्नाटक के भाजपा नेताओं ने भी भाग लिया. बैठक का एजेंडा यह तय करना था कि कितने बागियों को बीजेपी का टिकट दिया जाए और कितने को न दिया जाए. अगर ऐसा है तो यह कैसे सुनिश्चित किया जाए कि छोड़े जाने वाले विधायकों की नाराजगी से बीजेपी की अगुवाई वाली कर्नाटक सरकार को नुकसान नहीं पहुंचे.
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दरअसल बीजेपी कर्नाटक में इस वक्त अजीबोगरीब स्थिति का सामना कर रही है, जहां इसके बहुत से कार्यकर्ताओं व टिकट चाहने वालों को आशंका है कि बागी विधायकों को 'पुरस्कार' दिए जाने के कदम की वजह से उन्हें नकारा जा सकता है. राज्य के कार्यकर्ताओं के बीच पहले ही असंतोष बढ़ रहा है, जिनका मानना है कि बाहरी बागियों के लिए भाजपा उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को कुर्बान कर सकती है. प्रमुख भाजपा नेता पी.मुरलीधर राव ने एक बयान में कहा, "कर्नाटक के अयोग्य करार दिए गए विधायकों को उपचुनाव में लड़ने देने की अनुमति माननीय सुप्रीम कोर्ट का स्वागत योग्य कदम है. यह संवैधानिक अधिकार है, जिसका हम सभी को स्वागत करना चाहिए.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो